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सृष्टि के रचयिता देव श्रीबड़ा छमाहूं नव संवत को आते है बापस
2 माह के बाद आज श्रद्धालु देवालयों में पहुंचकर लेंगे आशीर्वाद
तूफान मेल न्यूज़, कुल्लू।
देवराज इंद्र की सभा से आज सेंकडों देवी-देवता बापस धरती पर लौटेंगे और भविष्यवाणी करेंगें। पोष संक्रांति को जिला कुल्लू के सैकड़ों देवी देवता स्वर्ग प्रवास पर गए थे जो आज वाद्य यंत्रों की धुन पर धरती पर वापस लौट आएंगे। उधर कैविनेट स्तर के करीब एक दर्जन देवी-देवता अभी भी देवराज इंद्र की सभा में ही विचार विमर्श करेंगें। यह देवी-देवता अपनी-अपनी तिथि के अनुसार स्वर्ग से तीन माह बिताने के बाद लौटते हैं। इनमें सराज घाटी के आराध्या देवता देव श्रीबड़ा छमाहूं भी सृष्टि की उतप्ति के दिन नव संवत को लौटते हैं। हालांकि इस बार देव श्रीबड़ा छमाहूं ने शीघ्र आने के ऑप्शन भी खुले रखे हैं।
जिला के सैकड़ों देवी देवता फागुन सक्रांति को अपने देवालय आज लौटेंगे जिसके लिए सभी देव कारकरीदो ने रविवार को 24 घंटे का उपवास रखा है जो सोमवार को देवी देवताओं के स्वर्ग से धरती पर लौटने के बाद अपना उपवास तोड़ेंगे। देव परंपरा के अनुसार आज सुबह वाद्य यंत्रों की थाप के साथ देव समाज से जुड़े सभी लोग पूजा अर्चना कर देवी देवताओं को स्वर्ग प्रवास से धरती पर लौटने के लिए प्रार्थना करेंगे। देवी देवताओं के स्वर्ग प्रवास से लौटने के बाद जिला के देवालय में जहां आज से फिर रौनक लौट आएगी ।
वही देवकारज भी आज से शुरू हो जाएंगे। बंजार क्षेत्र से संबंध रखने वाले पराशर ऋषि के पालसरा नोक सिह, पराशर ऋषि के गुर लीलामणि चमन लाल भीमी राम व नीरत सिह आदि ने कहा कि पौष माह से घाटी के देवालय में देवी-देवताओं के कपाट बंद रहने के बाद आज फागुन सक्रांति को देवी देवता अपने देवालय में लौट आएंगे। 2 माह बाद स्वर्ग प्रवास से धरती पर आने को लेकर घाटी के लोग व देव समाज से जुड़े लोगों में खासा उत्साह है। देव समाज से जुड़े लोगों का कहना है कि फागुन संक्रांति को बंजार घाटी के सैकड़ों देवी देवता स्वर्ग प्रवास से वापस धरती पर लौट आएंगे जिसके लिए देव समाज ने भी सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है।
मान्यता के अनुसार कुछ देवी देवता अभी भी स्वर्ग प्रवास पर है जो नए संवत को धरती पर लौटेंगे लेकिन फागुन संक्रांति के बाद सभी देवकारज शुरू हो जाएंगे। बता दें कि देवी देवताओं के स्वर्ग प्रवास पर जाने से दो माह तक धार्मिक आयोजन पूरी तरह बंद थे जो आज से विधिवत शुरू हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि पोष संक्रांति के दिन कुल्लू जिला के सैकड़ों देवी देवता धरती से स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं जो फागुन संक्रांति के दिन स्वर्ग प्रवास से धरती पर आज लौटेंगे और आज जिला कुल्लू में देवी देवताओं के आगमन पर सभी वाद्य यंत्रों की धुन सुनाई देगी और जिला के कोने कोनै में आज देव धुन वजाई जाएंगी। बता दें कि रविवार को जहां प्रत्येक घर के मुखिया ने देवी देवताओं के स्वर्ग प्रवास से लौटने के उपलक्ष में 24 घंटे का उपवास रखा है वही आज सभी लोग अपने सभी कामों को छोड़कर देवालय में पहुंच जाएंगे जहां 2 माह बाद देवी देवताओं से आशीर्वाद लेकर मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना करेंगे। वहरहाल आज जिला कुल्लू के देवी देवता स्वर्ग प्रवास से धरती पर लौटेंगे और देवी-देवताओं के स्वर्ग प्रवास से लौटने के बाद देव समाज से जुड़े लोग अपना उपवास तोड़ेंगे।