पति का साया सर से उठते ही टूटा वंती देवी पर मुसीबतों का पहाड़


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अपने ही बने हैवान,नन्हे बच्चों को भी कर दिया दूर

बेरहमी से घर से निकाला। जंगल मे कटे पांच दिन और सर्द रातें

बंजार थाना में पीड़ित ने किया मामला दर्ज

तुफान मेल न्यूज, सैंज।

सैंज घाटी की एक महिला ने ससुराल पक्ष पर जमीन हड़पने के लालच में अत्यचार का आरोप लगाया है। महिला ने कहा कि पति की मौत के बाद उस पर लगातार घर छोड़ने का दबाव बनाया जाता रहा और बच्चों को भी उससे छीन लिया गया। दर दर भटकने के लिए मजबूर हुई महिला ने बंजार थाना में मामला दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है।

बता दें कि यह महिला बीते शुक्रवार को पल्दी की दुर्गम पहाड़ियों में पांच दिन के बाद अचेत अवस्था में मिली थी। पांच दिन तक कड़ाके की सर्दी में उसका जीवित मिलना किसी अचम्भे से कम नही था। सैंज घाटी की बनोगी पंचायत के पातल गांव की वंती देवी (27) पत्नी कमलेश कुमार पांच दिन से लापता थी। पल्दी के गनेउली गांव स्थित मायके से वंती देवी गलु के रास्ते पैदल घर की ओर निकली थी लेकिन जब वह घर नही पहुंची तो मायने वालों ने उसकी गुमशुदगी की सूचना पुलिस थाना बंजार में दर्ज करवाई। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर भी महिला की तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बीते शुक्रवार सुबह पनिहार की दुर्गम पहाड़ियों में चील कौए मंडरा रहे थे। जंगल में घास काटने गई महिलाओं ने देखा तो वंती देवी को वहां अचेत अवस्था में पाया।

जानकारी के अनुसार वंती देवी के पति कमलेश कुमार की एक साल पहले सैंज में हत्या हुई थी। पति का साया सर से उठते ही उस पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा। ससुराल पक्ष से लगातार प्रताड़ना झेलनी पड़ी। वंती देवी ने बताया कि कमलेश को उसके ताऊ ने गोद लिया था। ताऊ की मृत्यु के बाद उनकी जमीन और मकान कमलेश के नाम हो चुके थे। कमलेश की हत्या के बाद यह सम्पति वंती देवी और उसके दो बेटों के नाम होनी थी लेकिन कमलेश के मूल माता पिता को यह रास नहीं आया। बताया जा रहा है कि सास ससुर सम्पति में वंती देवी को हिस्सेदारी देने के पक्ष में नही थे। आरोप लगाया कि यहीं से वंती पर अत्याचार का सिलसिला शुरू हुआ। उसे लगातार घर छोड़ने के लिए विवश किया जाता रहा। कुछ रोज पहले ही सास दोनों बच्चों को भी वंती से छीनकर कुल्लू ले गई। हालात से तंग आकर वह दो दिन के लिए थाटीबीड स्थित मायके गई लेकिन वहां उसे बच्चों की याद सताती रही तो पैदल ही घने जंगल के रास्ते घर को निकल पड़ी।

रास्ता भटकने के बाद वह पांच दिन और रात कैसे जीवित रही, यह अभी भी पहेली बनी हुई है। हालात से वंती का मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ गया है और उसे कुल्लू अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। पल्दी घाटी में ससुराल पक्ष की हरकतों को लेकर खासा रोष व्यक्त किया जा रहा है और लोगों ने पुलिस प्रशासन से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वंती देवी का बयान दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

पुलिस थाना बंजार के प्रभारी चंद्रशेखर ने बताया कि बीते सप्ताह महिला को मायके वालों के हवाले किया गया। हालत नाजुक होने से वह बयान देने की हालत में नही थी। गम्भीर हालात के चलते बंजार अस्पताल से उसे क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू रेफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि घटना के एक सप्ताह बाद महिला ने बंजार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें वंती देवी ने ससुराल पक्ष पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। पुलिस तहकीकात कर रही है।

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