तूफान मेल न्यूज,मणिकर्ण। जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी की ब्रह्मा गंगा की पहाड़ी पर बादल फटने से ब्रह्मा गंगा नदी में बाढ़ आ गई है। वहीं पार्वती नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। उधर नदी में आई बाढ़ के कारण ब्रह्मा गंगा जल विधुत परियोजना को भी भारी नुकसान पहुंचा है।

बादल फटने के कारण आई बाढ़ के कारण ब्रहमगंगा जल विद्युत परियोजना की वीयर साइट में काफी नुकसान हुआ है जिसका आंकलन किया जा रहा है। परियोजना में विद्युत उत्पादन बंद हो गया है। जिसकी जानकारी परियोजना प्रबंधन सुरेश कपूर ने दी। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण हुए नुकसान से नदी में बाढ़ आ गई और वीयर साईट में बाढ़ ने तबाही मचाई।

जिस कारण विधुत प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ और उत्पादन भी बंद पड़ गया है। हालांकि इस घटना से निचले क्षेत्रों में अन्य कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। गत दिन जहां तोष नाला में बाढ़ ने तबाही मचाई थी वहीं अब ब्रह्मा गंगा नदी में बाढ़ आने से मणिकर्ण बाजार के लोग भी भय में रहे। गौर रहे कि ब्रह्मा गंगा नदी पार्वती की सहायक नदी है और मणिकर्ण में आकर पार्वती से मिलती है। सनद रहे कि वर्ष 2001 में ब्रह्मा गंगा नदी में भयंकर बाढ़ आने से तबाही मची थी और यहां ब्रह्मा गंगा में भगवान अर्धनारीश्वर का मंदिर तवाह हो गया था और छह घराट व जमीन वह गई थी। इसके अलावा मणिकर्ण में पर्यटन निगम के होटल को भारी नुकसान पहुंचा था उसके बाद इस नदी में आई बाढ़ से मणिकर्ण बाजार व गांव को भी खतरा रहता है। हालांकि इस घटना से मणिकर्ण बाजार व गांव को कोई नुकसान नहीं हुआ है लेकिन गांव के लोग हमेशा भय में रहते हैं।