बारालाचा दर्रा में फंसे 34 वाहन व 110 लोगों का किया 15 घण्टों तक रेस्क्यू, सभी सुरक्षित निकाले


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तूफान मेल न्यूज केलांग। बीआरओ व पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में 110 लोगों की जान बचाई गई है। एशिया के सबसे ऊंचे दर्रा बारालाचा में 34 वाहन व 110 लोग फंस गए थे। दिल्ली लेह मार्ग पर यह ऑपरेशन करीब 15 घण्टों तक चला।
बीआरओ 70 आरसीसी के मेजर रवि शंकर ने पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी को सूचना दी की बारालाचा में कुछ गाडियां व पर्यटक, जो कि लेह से मनाली की तरफ को आ रहे थेे, फंसे हुए हैं।

मेजर रवि शंकर अपनी फोर्स के साथ बारालाचा के लिए निकल पड़े हैं । इस सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस अधीक्षक ने इंचार्ज पुलिस चौकी दारचा को आदेश दिया की अपनी टीम लेकर बारालाचा पहुंचे । जिस आदेश पर दारचा चेक पोस्ट के इंचार्ज मुख्य आरक्षी जीतन्द्र,आरक्षी विनोद व आरक्षी तंजिन लगदेन, राजेन्द्र,आयू शमशेर अपनी रेस्क्यू गाड़ी लेकर बारालाचा की तरफ निकल पड़े।
पुलिस कर्मी व बिलारी के द्वारा बचाव अभियान को चलाया गया।उपरोक्त चुनौतीपूर्ण बचाव अभियान करीब 15 घंटे तक चला, क्योंकि प्रतिकूल मौसम की स्थिति और खतरनाक इलाके में महत्वपूर्ण चुनौतियां थीं। इन बाधाओं से विचलित हुए बिना बचाव दल ने फंसे हुए लोगों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया। ऑपरेशन के दौरान कुल 34 वाहनों और 110 व्यक्तियों को सफलतापूर्वक बचाया गया है। इस दौरान पहले करीब 60 व्यक्तियों को बारालाचा से जिंग-जिंग बार तक सुरक्षित पहुंचाया गया। उसके उपरान्त पुनः शेष बचे लोगों को भी सुरक्षित जिंग-जिंग बार तक पहुँचाया गया। उपरोक्त सभी व्यक्तियों को सुरक्षित निकाल कर बाद में अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया है। फंसे हुए लोगों में से कुल 48 महिलाएं व 07 बच्चे थे।
बीआरओ और पुलिस के संयुक्त प्रयासों ने बचाव अभियान की समग्र सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस घटना में शामिल सभी व्यक्तियों को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा प्रदान किए गए समर्थन और सहयोग को भी सराहा गया है। जिनके सहयोगी दृष्टिकोण ने इस ऑपरेशन के सफल परिणाम में योगदान दिया।

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