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तूफान मेल न्यूज कुल्लू।
भुट्टिको के सभागार में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ । यह कवि सम्मेलन पुरोहित चंद्रशेखर बेबस की याद में हर वर्ष मनाया जाती है और इसका आयोजन ठाकुर वेदराम जयंती की पूर्व संध्या में किया जाता है। इस कवि सम्मेलन में कवियों ने खूब ठहाके लगाए और दर्शकों को हंसाया भी,रुलाया भी और नचाया भी। धर्मेंद्र शर्मा की कविता आमा मेरी सा सभी न प्यारी व रमेश ठाकुर की कविता इंसान को इंसान बनाया जाए ने माहौल को गंभीर बनाया और दर्शक जहां सोचने पर मजबूर हुए वहीं मंच संचालक साहित्य के पुरोधा सूरत ठाकुर तक की आंखों से आंसू झलक पड़े।
धर्मेंद्र शर्मा ने मां की ममता को शब्दों के कैनवास पर उकेरा और रमेश ठाकुर की कविता ने वर्तमान समय में वुजूर्गों व बच्चों की परिस्थितियों को उजागर किया कि जिन मां-बाप ने अपने पुत्रों के लिए सबकुछ न्योछावर किया उनके मां-बाप आज बच्चों के प्यार के तरस रहे हैं। ऐसी कविताओं से सबकी आंखों में आंसू आना स्वभाविक था। वहीं राजपाल कौशल ने मैं हमेशा से अकेला था कविता सुनाई जबकि सरला चंबियाल ने सर्गे लागे हुडू-ग्रुडू गाकर सबको खूब नचाया। डाक्टर महेश शर्मा ने यह रंग-बिरंगे कंचे व कागज का हौसला फिर भी लिखने को दिल करता है कविता सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। कवयित्री पुनीत पटियाल ने मां क्यों हो तुम खामोश कविता सुना कर फिर से माहौल को ममतामयी बनाया।
जबकि तेजतर्रार कवयित्री इंदु भारद्वाज ने पूरे चांद की उपस्थिति में मुखोटा पहने सारा गांव झूम रहा है कविता सुनाकर पारंपरिक हौरण नृत्य का चित्रण किया। वहीं वैशाली विष्ट ने कभी-कभी पुरुष भी चाहते हैं एक मजबूत कंधा सर रखकर रोने के लिए कविता सुनाकर महिला सशक्तिकरण का व्यख्यान किया। प्रसिद्ध कवि गणेश गन्नी ने बर्फीले दिनों की गिनती कर डाली जबकि ओम कुमार ने विश्वास की अलख जगा डाली। विवेक शर्मा ने चल जाचा वे जाणा ओ वेवी नीर मैला व डाक्टर सूरत ठाकुर ने दियाउणी चिठियां कविता सुनाकर वाहवाही लूटी।
डाक्टर दयानंद गौतम ने देव संस्कृति पर कविता सुनाई तो वहीं कृष्ण श्रीमान ने मैं युद्ध नहीं चाहता कविता सुनाकर माहौल को बंधे रखा। कवि धनेश गौतम ने पहाड़ी तड़का लगाकर दर्शकों को खूब हंसाया। कवि सम्मेलन में मुख्यतिथि पूर्व जीएम ब्रह्म स्वरूप ठाकुर व अध्यक्षता सभा के चेयरमैन रोहित ठाकुर ने की।
कवियों को कुल्वी परंपरा के अनुसार सम्मानित करते मुख्यतिथि ब्रह्म स्वरूप ठाकुर,वाइस चेयरमैन रोहित ठाकुर व जीएम विजय ठाकुर