तुफान मेल न्यूज, कुल्लू।
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गर्भवती महिलाओं को चार अल्ट्रासाउंड आवश्यक है। हर महिलाओं को इसका ज्ञान नहीं होता है लेकिन यह चा65रों स्कैन बच्चे के स्वास्थ्य जानकारी के लिए जरूरी है। यह जानकारी क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में तैनात डाक्टर पदम नेगी ने दी। उन्होंने कहा कि पहला अल्ट्रासाउंड 6 से 8 सप्ताह के मध्य होता है।

इस अल्ट्रासाउंड से काफी सारी जानकारी बच्चे के बारे में मिलती है। वहीं दूसरा अल्ट्रासाउंड 11 से 14 माह के बीच होना आवश्यक है। इसको लेवल स्कैन कहते हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद तीसरा अल्ट्रासाउंड जिसे लेवल टू कहते हैं वह बहुत ही आवश्यक है। यह अल्ट्रासाउंड पांच माह बाद होता है। इस अवधि में बच्चा पूर्ण रूप से विकसित होता है। इस अल्ट्रासाउंड से बच्चे की पूरी जानकारी मिलती है कि बच्चा स्वस्थ है या फिर कोई डिफेक्ट है। इस अवधि में बच्चे के सभी अंग किडनी,लीवर,हार्ट लग जाते हैं। इसमें यह भी पता चलता है कि बच्चा पूरी तरह से फीडिंग ले रहा है या नहीं। बच्चा बच्चादानी में ठीक ढंग से है या नहीं। बच्चा यदि डिफेक्टिव है तो उसे इसी अवधि में टर्मिनेट किया जा सकता है जो कानूनी प्रावधान है। उन्होंने कहा कि इसके बाद फाइनल अल्ट्रासाउंड 8वें माह होता है। इसमें बच्चों के विकास व स्वास्थ्य का पता चलता है। उन्होंने कहा कि यह अल्ट्रासाउंड सभी आवश्यक है और गर्भवती महिलाओं व उसके परिवार को इसका ध्यान रखना चाहिए।