Deprecated: Creation of dynamic property Sassy_Social_Share_Public::$logo_color is deprecated in /home2/tufanj3b/public_html/wp-content/plugins/sassy-social-share/public/class-sassy-social-share-public.php on line 477
तूफान मेल न्यूज,कुल्लू।
देखें विडियो,,
सृष्टि के रचयिता देव श्रीबड़ा छमाहूं 105 वर्षों के बाद बंजार मेले की शोभा बढ़ाने जा रहे हैं। देवता की शोभायात्रा कोटला गांव से लाव-लश्कर के साथ गुरुवार सुबह शुरू होगी और करीब 3 बजे बंजार पहुंचेंगे। यहां स्थानीय देवता श्रृंगा ऋषि सहित मेले में आए हुए अन्य देवी-देवताओं से भव्य मिलन होगा और भविष्य में आने बाली आपदाओं को लेकर देवता आपस में मंथन भी करेंगें। देवता के इस कार्यक्रम से श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल है और कोटला गांव से लेकर बंजार तक देवता का भव्य स्वागत होगा और श्रद्धालुओं को देवता दर्शन देकर उनकी मनोकामना पूर्ण करने के अलावा आशीर्वाद भी देंगें।
देवता के पुजारी धनेश गौतम, कारदार मोहन सिंह व देवता छमाहूं विकास कमेटी के सचिव मास्टर शेर सिंह ने बताया कि देवता ने अपनी भविष्यवाणी में कहा है कि वह किसी बड़ी आपदा के समाधान के लिए बंजार जा रहे हैं। वहां जहां मेले में विराजमान होकर श्रद्धालुओं को दर्शन देंगें वहीं स्थानीय देवताओं से भी गुप्त मंथन होगा और सृष्टि के संतुलन व आपदा के निपटारे के समाधान का प्रावधान किया जाएगा। गौर रहे कि कोरोना से पहले देवता मंडी शिवरात्रि गए थे और कहा था कि बहुत बड़ी आपदा आने बाली है और मनुष्य एक-दूसरे को छूने से डर जाएगा। इस समय भी सृष्टि के रचयिता देव श्रीबड़ा छमाहूं ने अठारह करडु देवी-देवताओं से मंथन किया था और अपने क्षेत्र में इस बीमारी के ख़ौफ़ व नुकसान को कम करने की शक्ति प्रदान की थी। मंडी शिवरात्रि में देवता द्वारा की गई बड़ी आपदा की भविष्यवाणी चंद दिनों में साबित हुई थी और कोरोना ने पूरे देश को अपने आगोश में जकड़ दिया था। इस समय भी देवता ने कहा है कि बंजार जाने के पीछे विश्व शांति का उद्देश्य है। पुजारी धनेश गौतम ने बताया कि देवता 105 वर्षों बाद बंजार मेले में जा रहे हैं। गौर रहे कि देवता बड़ा छमाहूं सृष्टि के रचयिता विष्णु भगवान जी के अवतार हैं और छमाहूं में ब्रह्मा,विष्णु,महेश व आदी, शक्ति,शेष सभी शक्तियां समाहित है। देव श्रीबड़ा छमाहूं एक मात्र ऐसे देव हैं जिनमें ब्रह्मा,विष्णु,महेश सहित आदी,शक्ति व शेष एक साथ वास करते हैं। छह देवताओं की सामूहिक शक्ति ही छमाहूं कहलाती है। इसलिए छमाहूं देव रथ में श्रद्धालु विष्णु भगवान के अलावा अन्य पांच देवों के भी दर्शन कर सकते हैं। बहरहाल देव श्रीबड़ा छमाहूं 105 वर्षों बाद बंजार मेले में शरीक होकर शोभा बढ़ाएंगे।