तूफान मेल न्यूज,कुल्लू। इस बार जिला कुल्लू में जो प्रलय आई है उसने सबकुछ तबाह कर दिया है।तबाही से पहले विजली तबाह,इंटरनेट तबाह,सड़कें तबाह और बहते रहे गांव के गांव। जहां तबाही हो रही थी वोह क्षेत्र पूरी दुनिया से कट चुके थे और जिला मुख्यालय तक भी उसकी सूचना नहीं मिल पा रही थी। यही कारण रहा कि सैंज में रविवार को तबाही मची और उसकी सूचना मंगवार को मिल पाई। सूचना भी एक चमत्कारी घटना के तहत मिली। सूचना है कि इस बीच एक ब्यक्ति ने अपना फोन बंद खोला,फोन खोलते ही एक प्रतिशत बैटरी नजर आई। पहले तबाही की दूर से एक फोटो खींची और फिर पोस्ट कर दी। फोटो पोस्ट होते ही फोन बंद हो गया और वह यह भी नहीं लिख पाया कि तस्वीर कहां की है। उसके बाद यह तस्वीर सोशल मीडिया में घूमती रही और सैंज के जो लोग कुल्लू में थे उन्होंने फोटो पहचाना कि यह सैंज का है। उसके बाद भुंतर पहुंचे मुख्यमंत्री को इसकी सूचना दी और फिर मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर के माध्यम से सैंज पहुंचे और देखा कि वहां सच में भयंकर तबाही मची है और आधा बाजार बह चुका है। अभी भी सैंज घाटी में किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है। सरकार ने वहां हेलीकॉप्टर से प्रभावित लोगों को खाद्य सामग्री पहुंचाई और वहां होमगार्ड के चार जबान सेटेलाइट फोन के साथ उतार दिए हैं ताकि वहां की जानकारी हासिल कर सके।
सेंज घाटी में प्राकृतिक आपदा के दौरान फोन और इंटरनेट सेवा ठप होने और सड़क संपर्क टूटने से यहां हुई तबाही से तीन दिनों तक कोई वाकिफ नही था। लेकिन सेंज की तबाही की सोशल मीडिया में आई एक तस्वीर ने पूरी सरकारी तंत्र का ध्यान अपनी और खींच लिया।
दरअसल जिस समय बाढ़ और बारिश सेंज में तबाही मचा रही थी उस दौरान यह पूरा इलाका फोन, इंटरनेट, बिजली और सड़क से महरूम था।
बिना इंटरनेट और बिजली के फोटो पोस्ट को माना जा रहा है चमत्कार
72 घण्टों की लगातार बारिश के बाद सबकुछ बंद था बिना वीजली के इंटरनेट भी बंद पड़े थे और इस बीच यह त्रासदी घटी। लेकिन तीन दिन बाद तबाही की एक फोटो बिना इंटरनेट व वीजली के कैसे पोस्ट हुई इसे लोग चमत्कार मान रहे हैं जबकि उसके बाद भी अभी तक वहां किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है।