तुफान मेल न्यूज, मनाली
मनाली-हिमाचल के ड्रीम प्रोजैक्ट बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन सर्वे का काम तुर्की की एक कंपनी द्वारा किया जा रहा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है। मनाली ब्लॉक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ऐवम पूर्व ज़िला परिषद चेयरमैन हरिचंद शर्मा ने बुधवार को मनाली में पत्रकार वार्ता में यह बात कही।

उन्होंने कहा कि यह सैटेलाइट आधारित सर्वेक्षण है और इससे संवेदनशील भौगोलिक जानकारियां दुश्मन देशों के हाथ लग सकती हैं। लेह चीन की सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है। ऐसे में किसी विरोधी देश की कंपनी को ऐसे प्रोजैक्ट के सर्वे का कार्य सौंपना आत्मघाती कदम होगा। हरिचंद शर्मा ने मांग की है कि केंद्र सरकार और रेलवे मंत्रालय तत्काल कंपनी के साथ हुए सर्वे व करार को रद्द करें और कंपनी को इस कार्य से हटाए। साथ ही उन्होंने तुर्की के सेब, के आयात पर गंभीर आपत्ति दर्ज की।
शर्मा ने इस मुद्दे को केवल आर्थिक नहीं, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता से जुड़ा हुआ बताया।

शर्मा ने कहा कि वर्ष 2023 में तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप के दौरान भारत सरकार ने ऑप्रेशन दोस्त के तहत सबसे पहले मानवीय सहायता पहुंचाई थी। इसके बावजूद जब भारत में पुलवामा जैसे आतंकी हमले हुए या जब भारतीय सेना ने पीओके में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, तब तुर्की ने न केवल चुप्पी साधी, बल्कि पाकिस्तान के समर्थन में ड्रोन भेजने जैसी हरकतें भी कीं।

शर्मा ने कहा कि व्यापार का लाभ राष्ट्रहित से बड़ा नहीं है ।उन्होंने ने इस बात पर बल्ह देते हुए कहा कि व्यापार और शत्रुता एक साथ नहीं चल सकते इस लिए भारत सरकार तुर्की के साथ सेव आयात पर भी प्रतिबंद लगाए और रेल सर्वे के करार को भी निरस्थ किया जाये ।