तुफान मेल न्यूज, ऊना
हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो ने ऊना में एक बड़े भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई करते हुए जिला श्रम अधिकारी रणबीर सिंह को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र के एक लेबर ठेकेदार की शिकायत के आधार पर की गई।
*घटनाक्रम*
शिकायतकर्ता राजत कुमार, जो टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र में लेबर ठेकेदार हैं, ने विजिलेंस को बताया कि उनका लेबर लाइसेंस रिन्यू करने के लिए रणबीर सिंह ने उनसे 10,000 रुपये की मांग की थी। शिकायत के बाद, विजिलेंस ने एक जाल बिछाया और तय योजना के अनुसार शिकायतकर्ता को श्रम अधिकारी के पास भेजा। जैसे ही रणबीर सिंह ने रिश्वत की रकम अपने हाथ में ली, विजिलेंस टीम ने तुरंत कार्रवाई की और उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
*पूर्व में भी दर्ज है भ्रष्टाचार का मामला*
गौरतलब है कि रणबीर सिंह के खिलाफ पहले भी भ्रष्टाचार का मामला दर्ज है। 2 फरवरी 2022 को उन पर 26,000 रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा था, जिसे उन्होंने हिमाचल प्रदेश दुकानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान अधिनियम, 1969 के तहत रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी करने के नाम पर मांगी थी ।
*आगे की कार्रवाई*
डीएसपी विजिलेंस एवं एंटी करप्शन ब्यूरो फिरोज खान ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है। साथ ही, उसके बैंक खातों और अन्य ठिकानों की भी जांच की जाएगी। विजिलेंस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपी ने क्या अन्य व्यक्तियों से भी अवैध रूप से धन उगाही की है।