तुफान मेल न्यूज, कुल्लू। भारतीय ज्ञान प्रणाली में हिमाचल की देव संस्कृति पर एक दिवसीय संगोष्ठी कुल्लू जिला मुख्यालय स्थित गौड़ निवास में आयोजित की गई।

हिमतरु प्रकाशन समिति तथा राजकीय महाविद्यालय पनारसा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस संगोष्ठी कुल्लू से संबंद्ध वरिष्ठजनों सहित महाविद्यालय के विद्यार्थियों और अन्य विद्वानों ने अपने विचार रखे।राजकीय महाविद्यालय पनारसा की पुस्तकालय अध्यक्ष बिंदु सूर्यवंशी ने जानकारी दी कि हिमतरु प्रकाशन तथा महाविद्यालय के मध्य हुए एमओयू के तहत गत माह कुल्लू दशहरा उत्सव को लेकर एक विशेषांक प्रकाशित हुआ, जिसमें यहां की देव-परम्परा, इतिहास और मानवीय मूल्यों पर विशेष सामग्री है।

इसी संदर्भ में विद्यार्थियों द्वारा दशहरा की स्मृतियों को लेकर कुल्लू के वरिष्ठजनों के साक्षात्कार लिए गए थे, ताकि देव संस्कृति के पहलुओं को जानने-समझने में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि इसी संदर्भ में देव-संस्कृति के विशेषज्ञों/वरिष्ठजनों; ज्ञान चंद चम्बयाल, सरला चंबयाल, डाॅ. धनेश्वरी शर्मा, ईशिता आर. गिरीश, गुरदयाल, लगन ठाकुर, महीमन चंद्र ने अपने वक्तव्य रखे साथ ही इस संगोष्ठी में विषय संदर्भ में विद्यार्थियों ने भी प्रपत्र पढ़े।

इसके अतिरिक्त एक खुली चर्चा भी रखी गई थी, जिसमें विद्याथियों, विशेषज्ञों व वरिष्ठजनों के मध्य सुखद परिचर्चा हुई।राजकीय महाविद्यालय पनारसा की पुस्तकालय अध्यक्ष बिंदु सूर्यवंशी ने इस अवसर पर कहा कि विद्यार्थियों की बौद्धिक परिपक्वता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से महाविद्यालय ने हिमतरु प्रकाशन के साथ एक करारनामा हस्ताक्षर किया है, ताकि छात्रों में पठन-पाठन, पत्रकारिता, संपादन और संबद्ध गतिविधियों को लेकर रूचि पैदा होता, जिसका भविष्य में उन्हें एक सार्थक परिणाम दिख सकें। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय इस प्रकार की गतिविधियों का आयोजन समय-समय पर करवाता रहेगा। उन्होंने बताया कि संगोष्ठी में राजकीय महाविद्यालय पनारसा से विनिता, यशु, रवि शर्मा, रितिका शर्मा, रितिका ठाकुर, विशाली, सुहानी, निलेश, सपना, हर्षिता, रीना, रमा, विमिन, अनुज तथा दलीप जबकि जवाहरलाल नेहरु राजकीय महाविद्यालय हरिपुर, मनाली से कनिका, निशा तथा अक्षय कुमार ने भाग लिया।इस अवसर पर हिमतरु के संपादकीय सलाहकार समिति के सदस्य रमेश पठानिया, संपादक किशन श्रीमान, समाजसेवक महीमन चंद्र मौजूद रहे।