तुफान मेल न्यूज, कांगड़ा
बारिश के बावजूद कांगड़ा जिला की गुनेहड पंचायत घर में लोग भारी मात्रा में इकट्ठे हुए और एक स्वर से चोरी छुपे sada लगाए जाने का विरोध किया।

पंचायत प्रधान अंजना देवी और उप प्रधान दुनीचंद की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में लगभग डेढ़ सौ लोगों ने भाग लिया लोग हैरान हैं कि चुपचाप से ऐसे कैसे उन्हें बिना जानकारी दिए उन पर कोई कानून लाद दिया गया है।

लोगों का कहना था कि जिन क्षेत्रों में पहले से यह कानून लागू है वहां पर सरकार ने क्या अच्छा किया है पहले वह बताएं उसके बाद में बाकी क्षेत्रों में इसे लागू किया जाए। जबकि उन क्षेत्रों से जो भी फंड इकट्ठा किया जाता है उसका भी मात्र 10% ही वहां पर खर्च किया गया है और विकास के नाम पर वहां पर कोई अन्य फंड नहीं लगाया जाता और ना ही सरकार की तरफ से आता है।

गुनेहड का जो क्षेत्र बिलिंग जिसे टेक ऑफ कहा जाता है वह शुरू से ही sada के अंदर रहा है लेकिन वहां पर भी विकास के नाम क्या हुआ है वह जानकारी सरकार दे। साथ ही जबकि वहां पर पर आज तक सरकार पानी नहीं पहुंचा पाई है।इसी पंचायत के कोटली वार्ड में सरकार ने आज तक क्या-क्या किया है वह भी बताएं क्योंकि वह भी शुरू से ही sada के अंतर्गत है। मेंन लैंडिंग के साथ लगते मंडी जिला के क्षेत्र में ऐसा कोई भी कानून लागू नहीं है जबकि वह लैंडिंग के मात्र 100 मीटर के दायरे में आ जाते हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार पहले विकास की पूरी सुविधा दे उसके बाद वहां पर कोई भी ऐसा कानून लागू करने के बारे में सोचे। लोगों में हैरानी है कि मार्च महीने में चोरी छुपे निकाली गई इस नोटिफिकेशन के बारे में पंचायत से कोई भी एनओसी नहीं ली गई है और 5 महीने बाद अब जाकर इस नोटिफिकेशन की भनक पंचायत को लगी है उल्लेखनीय है कि पिछले कल पत्रकारों को इस नोटिफिकेशन की भनक लगी और आज के समाचार पत्रों में यह खबर छपी है और इसकी पुष्टि एसडीएम ने की है