तुफान मेल न्यूज, कुल्लू।
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मणिकर्ण होटलियरज एसोसिएशन के प्रधान किशन ठाकुर ने कहा है कि इस भारी त्रासदी में भी मणिकर्ण का सड़क मार्ग सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि पार्वती नदी के तटीकरण के कारण यह संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष आई भयंकर त्रासदी के बाद एक वर्ष के अंदर पार्वती नदी के किनारे जो तटीकरण हुआ है उसके कारण यहां का सड़क मार्ग सुरक्षित है।

यदि पार्वती नदी में तटीकरण नहीं हुआ होता तो सड़क का भारी नुकसान होता और मणिकर्ण शेष विश्व से कट जाता और यहां का पर्यटन व्यवस्था प्रभावित होता। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू,लोनिवि मंत्री विक्रमादित्य सिंह व सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर की दूरदर्शी सोच से संभव हुआ है। वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मणिकर्ण व मलाणा का दौरा करने के बाद यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गत वर्ष की त्रासदी से हमने बहुत कुछ सीखा है यही कारण था कि इस बार कुल्लू विधानसभा क्षेत्र खासकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मलाणा व मणिकर्ण में जानी नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने पार्वती नदी के किनारों पर प्रोटेक्शन कार्य व तटीकरण का कार्य नहीं किया होता तो भारी नुकसान होता। लेकिन इस कार्य ने नुकसान होने से बचाया है और आज इतनी भयंकर बाढ़ आने के बाद भी सभी सड़कें ठीक हैं और मणिकर्ण तक बोलबो बसें जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री,लोनिवि मंत्री व सीपीएस का आभार प्रकट करते हुए कहा है कि उन्होंने गत वर्ष यहां के नुकसान की भरपाई के जो निर्देश दिए थे वे कार्य सही हुए हैं और उन्हीं के कारण आज नुकसान बच गया है। उन्होंने कहा कि मलाणा खड्ड में बाढ़ आते ही निचले क्षेत्र के लोगों को अलर्ट कर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया था जिस कारण जानी नुकसान नहीं हुआ है और जो लोग बाढ़ में फंस गए थे उनका सफल रेस्क्यू किया गया है।