ब्रह्मा महामाई का कनौन हूम पर्व आज, 70 फुट लकड़ी की मशाल से की जाएगी गांव की परिक्रमा

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तुफान मेल न्यूज,कुल्लू।

सृष्टि के रचयिता ऋषि ब्रह्मा आदि शक्ति महामाई को समर्पित हूम पर्व बुधवार को कनौन में धूमधाम से मनाया जाएगा। जिसकी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। आज दोपहर बाद इस पर्व को देखने के लिए ऋषि ब्रह्मा और महामाई भगवती के मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगेगा।


सैंज घाटी की ग्राम पंचायत कनौन के आराध्य देव ऋषि ब्रह्मा और देवी महामाई भगवती का हूम जगराता हर वर्ष आषाढ़ महीने में मनाया जाता है।आपको बता दें कि इस हूम पर्व में देव परंपरा की अनूठी मिसाल देखने को मिलती है। अपने क्षेत्र (हार)की रक्षा के लिए महामाई भगवती ज्वाला रूपधारण कर क्षेत्र की रक्षा करती है ।इस परंपरा को निर्वाह करनेके लिए ग्रामीण 70 फुट लंबी लकड़ी की मशाल को मंदिर में जले दीप में जलाकर देव परंपरा का निर्वाह करते हैं ।
देव नियमों के अनुसार इस हूम पर्व में अश्लील गलियों का भी प्रचलन होता है जो कि गांव से दूर नाले में अश्लील गालियां दी जाती है। मान्यता है कि भूत-प्रेत पिशाच अन्य बुरी शक्तियां इन गलियों से दूर हो जाती है।इस अलौकिक परंपरा को देखने के लिए देवता के हारीयानों सहित हिमाचल प्रदेश के कोने-कोने से लोग कनौन पहुंचते हैं और देव ऋषि बह्मा और महामाई भगवती का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। देवता के करदार भीमी राम ठाकुर ने बताया यहां परंपरा आषाढ़ महीने में हर वर्ष मनाई जाती है। उन्होंने कहा कि जो भी सच्चे मन से इस दिन महामाई भगवती और ऋषि ब्रह्मा से अरदास करता है उसकी मनोकामना पूरी होती है।
उन्होंने बताया कि हम पर्व के दूसरे दिन मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें कुलवी नाटी के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है।

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