जाओं स्कूल समीप डाबरू बावड़ी का पानी पी गई पीएचसी जाओं की एबुलेंस सड़क

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तुफान मेल न्यूज, निरमंड।

शिक्षा खंड निरमंड की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जाओं स्कूल समीप प्राचीन प्राकृतिक जल स्रोत बावड़ी का चश्मा पीएचसी जाओं के लिए पंचायत द्वारा निकाली गई लगभग 500 मीटर लंबी एम्बुलेंस सड़क मार्ग निकालने से बावड़ी का पानी ही गायब हो गया है। दवाह निवासी संजीव ठाकुर ने पंचायत पर आरोप लगाया है

कि जाओं स्कूल समीप सड़क किनारे बावड़ी का पानी पिछले तीन सालों से गायब हो गया है और से यहाँ पर जाओं, दवाह, दोगरी, दरलीकोड,बडारी, और स्कूल में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों को अब बावड़ी का पानी पीना नसीब नही हो रहा है और यहां से चायल, जुआगी,पंचायत के लोग और श्री खंड यात्रा में जाने वाले श्रद्धालु यहां से ठंडे पानी पीने के लिए रुकते हैं लेकिन।

यहां बावड़ी का पानी गायब देखकर यहां से चलते बनते हैं। संजीव ठाकुर का कहना है कि पिछले तीन साल पहले यहां से पीएचसी जाओं के लिए एंबुलेंस सड़क निकली गई ,जिसके चलते बावड़ी का पानी ही गायब हो गया। उन्होंने आरोप लगाया है कि जो एंबुलेंस सड़क पीएचसी जाओं के लिए निकली गई है वो सड़क एंबुलेंस वाहन के लिए चलने के लायक भी नहीं बन पाई है।

उनका कहना है कि इतनी बड़ी रिस्क लेने के बावजूद भी एंबुलेंस सड़क कामयाब नही हो पाई जी निंदनीय है। यहां पढ़ने वाले बच्चों के साथ स्कूल प्रबंधन समिति और पंचायत प्रतिनिधियों की नाकामियों की वजह से बावड़ी का पानी सूख गया है, दब गया है।

उन्होंने पंचायत से दुर्खवस्त की है कि पीएसी के लिए एंबुलेंस सड़क की मुरम्मत की जाए और बावड़ी बनाकर जनता के लिए तैयार की जाए। नहीं तो उन्होंने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।
वहीं इस मामले पर विकास खंड अधिकारी निरमंड मरिकना देवी का कहना है कि बावड़ी और पीएचसी एंबुलेंस सड़क के निरीक्षण के लिए टीम भेज दी जाएगी। उसके बाद आगामी करवाही करेंगे।

और पंचायत के प्रधान को बावड़ी के पुनः निर्माण के लिए 15 वें वित्त आयोग सड़क को प्रधानमंत्री ग्राम आदर्श योजना की शैल्प में डालने के आदेश जारी कर दिए गए। उसके बाद ही यहां के वार्ड के लिए नए कार्य के लिए ब्लॉक से स्वीकृति दी जाएगी।

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