तुफान मेल न्यूज,कुल्लू। कुल्लू जनपद से संबंध रखने बाले ख्याति प्राप्त साहित्यकार,लेखक,कवि, समीक्षक एवं शिक्षाविद कलम कांत विद्रोही हमारे बीच में नहीं रहे। कमलकांत विद्रोही की जीवंत रचनाएं हमेशा उनकी याद दिलाती रहेगी। साहित्य समाज के लिए यह बहुत बड़ी क्षति है जिसकी पूर्ति असंभव है।

प्रदेश के साहित्य में कमलकांत विद्रोही का नाम हमेशा अमर रहेगा। वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे कि आज परलोक सिधार गए। प्रेस क्लब आफ कुल्लू ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रेस क्लब के प्रधान धनेश गौतम ने कहा है कि कमल कांत विद्रोही को साहित्य समाज कभी नहीं भूल पाएगा। उनके द्वारा रचित कविताएं व पुस्तकें हमेशा उन्हें अमर रखेगी।