तूफान मेल न्यूज,कुल्लू। सात माह के लंबे इंतजार के बाद 13050 फुट ऊंचा रोहतांग दर्रा पर्यटकों के लिए बहाल हो गया है। दर्रा बहाल होते ही देसी-विदेशी पर्यटकों में खुशी की लहर है। शुक्रवार से रोहतांग के लिए पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई। दर्रे तक बर्फ हटाने के कार्य में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

अब रोमांच का सफर शुरू हो गया। शुक्रवार को 55 फुट ऊंची बर्फ की दीवारों से होकर वाहन रोहतांग की ओर निकले तो पर्यटक झूम उठे। रोहतांग दर्रा में भी 15 फुट से अधिक बर्फ की मोटी परत जमी है।

बीआरओ की डाक्यूमेंट्री में रोहतांग बहाली में जवानों की कर्मठता स्पष्ट झलक रही है। समुद्रतल से 13,050 फीट की ऊंचाई पर स्थित रोहतांग दर्रा जाने के लिए पर्यटकों में मारामारी मची हुई है। शुक्रवार को पहले दिन एनजीटी के नियमानुसार पर्यटन विभाग की वेबसाइट से ऑनलाइन परमिट लेकर 1,200 वाहनों में हजारों पर्यटक रोहतांग गए।

बर्फ के बीच पर्यटकों ने रोहतांग में खूब मस्ती की। रोहतांग के लिए एडवांस में परमिट बुक हो रहे हैं। रोहतांग दर्रा यातायात के लिए बहाल हो गया है। शुक्रवार से रोहतांग के लिए पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई। पहले दिन भारी संख्या में पर्यटक रोहतांग पहुंचे। मढ़ी से लेकर रोहतांग दर्रा तक पर्यटकों का मेला लग गया। नजीटी के आदेशानुसार रोहतांग के लिए रोजाना 1,200 वाहन जा सकते हैं। इनमें डीजल के 4,00, जबकि पेट्रोल इंजन के 8,00 वाहनों को जाने की अनुमति है। शुक्रवार को 1,200 वाहन रोहतांग गए। पर्यटन विभाग की वेबसाइट में तेजी से स्लॉट बुक हो रहे हैं।

शनिवार के लिए स्लॉट एडवांस में बुक हो गया है, जबकि रविवार के लिए भी 50 फीसदी से अधिक बुकिंग हो गई है। एसडीएम मनाली रमन कुमार शर्मा ने बताया कि परमिट लेकर अब पर्यटकों को रोहतांग तक भेजा जा रहा है। शुक्रवार को हजारों पर्यटक रोहतांग पहुंचे।रोहतांग बहाली के पहले दिन राहनीनाला के समीप पहाड़ी से एक चट्टान गिरकर सड़क पर आ गई। इससे काफी देर तक मार्ग पर जाम लग गया। हालांकि बीआरओ ने चट्टान हटाकर यातायात बहाल कर दिया। जगह-जगह सड़क संकरी होने के कारण पर्यटकों को जाम में भी फंसना पड़ा, लेकिन रोहतांग देखने की चाह में पर्यटक रोमांचित हो उठे।