तूफान मेल न्यूज,केलांग। लाहुल-स्पीति उप चुनाव में मुकाबला पूरी तरह से तिकोना हो गया है। दोनों बड़े राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की नींद आजाद प्रत्याशी राम लाल मार्कंडेय ने उड़ा रखी है। यहां भाजपा ने कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को टिकट दिया है और कांग्रेस ने जिला परिषद अध्यक्ष अनुराधा राणा को चुनावी मैदान में उतारा है। अनुराधा के लिए यह चुनाव जीतना इसलिए जरूरी है कि कांग्रेस ने सभी बड़े नेताओं को दरकिनार कर कैडर से नए चेहरे पर दांव खेला है। अनुराधा का भविष्य इस चुनाव में दांव पर लग गया है। अनुराधा यदि यह चुनाव नहीं जीती तो पूरा राजनीतिक भविष्य खत्म हो जाएगा और इससे अच्छा अवसर शायद ही भविष्य में मिल पाए। वहीं रवि ठाकुर की बजह से ही उप चुनाव हुए हैं। रवि ठाकुर गत चुनाव में यहां से कांग्रेस के टिकट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे लेकिन उन्होंने कांग्रेस में बगावत खड़ी कर दी और सरकार को गिराने में भूमिका निभाने का प्रयास किया। जिस कारण उन्हें विधानसभा की सदस्यता खोनी पड़ी। जबकि उनके पास चार साल का समय विधायकी का था। अब भाजपा ने उन्हें सुरक्षा के अलावा सम्मान भी दिया और रामलाल मार्कंडेय को साइड लाइन कर उन्हें अपना खेबनहार बनाया। यदि वह इस चुनाव को नहीं जीतते है तो वह न तो घर के रहेंगें न ही घाट के। यह चुनाव नहीं जीतते तो भविष्य में भाजपा उन्हें झेल पाएगी इस पर भी शंशय है। वहीं रामलाल मार्कंडेय को तो इस उप चुनाव ने पहले ही झटका दिया। पहले भाजपा ने उनकी जगह कांग्रेस के रवि ठाकुर को टिकट दिया फिर कांग्रेस ने उन्हें टिकट देने के लारे-लप्पे लगाकर उनका समय बर्बाद किया। अब वह अपने बजूद को जिंदा रखने के लिए मजबूत प्रत्याशी के रूप में उभर कर सामने आए हैं। इस समय मार्कंडेय जनता के बीच में मजबूत पकड़ बनाए बैठे हैं। अब यदि मार्कंडेय इस चुनाव को जीतते हैं तो दोनों बड़े दलों के नेताओं के भविष्य को खतरे में डालते हैं। यदि वह चुनाव नहीं जीतते तो उनकी प्रतिष्ठा भी खतरे में पड़ेगी। लेकिन मार्कंडेय चाहे जीते या चाहे हारे वह इस चुनाव के निर्णायक होंगें और यदि अच्छे मत भी लेते हैं तो भविष्य के लिए दोनों दलों के लिए मजबूत प्रत्याशी के रूप में उभर सकते हैं।
लाहुल-स्पीति में तीन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर,किसके सर सजेगा ताज,चार को खुलेगा राज
