तूफान मेल न्यूज, कुल्लू/मंडी। भाजपा ने मंडी लोकसभा सीट से बालीबुड अभिनेत्री कंगना रनौत को चुनावी मैदान में उतारकर वेशक इस सीट को देश की हॉट सीट बना दिया है लेकिन कंगना के बिगड़ते बोल व महत्वाकांक्षी सोच से भाजपा बैकफुट पर जाती नजर आ रही है। पहले कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह को अनाप-शनाप बोल बोलने से कंगना ने कुछ हद तक प्रसिद्धि पाने की कोशिश की लेकिन इसका फायदा भी कांग्रेस को ही खासकर विक्रमादित्य सिंह को जनता से सिंपेथी के रूप में मिला।

जिस परिवार ने हिमाचल की जनता के दिलों में जगह बनाई हो उसके बारिश को नीचा दिखाना कंगना को ही मंहगा पड़ रहा है। अब कंगना द्वारा जो बयान दिया गया कि उसे मनिस्ट्री दी जाएगी तभी वह यहां रह पाएगी अन्यथा बहुत सारी फिल्में पेंडिंग पड़ी है ने भाजपा को पूरी तरह से बैकफुट पर ला दिया है। इससे स्पष्ट हो गया है कि कंगना की महत्वकांक्षा पार्टी से बड़ी है। यही नहीं भाजपा के लिए अभी तक मंडी सीट भी खतरे में ही है। वहीं इस बयान ने विक्रमादित्य सिंह के उस बयान पर भी मोहर लगा दी है जिसमें विक्रमादित्य कह रहे हैं कि राजनीति में जनसेवा के लिए समय चाहिए जो कंगना के पास नहीं है। विक्रमादित्य सिंह के इस बयान को भी कंगना ने खुद मजबूत किया है और बल दिया है। यही नहीं सीएम सुक्खू जो बयान दे रहे हैं कि कंगना को जयराम ने एक महीने की शूटिंग के लिए बुलाया है और चार जून को फिल्म फ्लॉप होगी इस बयान को भी कंगना के इस बयान ने पूरी तरह से मजबूती दी है।

यही नहीं अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह है कि कंगना जयराम को भी ओबरटेक कर रही है। हालांकि जय राम कंगना को लाख समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस तरह के बयान से परहेज किया जाए,पर कंगना है कि मानती ही नहीं और जयराम ठाकुर को भी ओबर टेक करने में कोई परहेज नहीं कर रही है। सूत्र बताते हैं कि अब भाजपा के बड़े नेताओं को भी खतरा फील होने लगा है कि कंगना जीत गई तो उसकी महत्वकांक्षा कई नेताओं को बैकफुट पर ला सकती है। गौर रहे कि कंगना पैराशूट से मंडी के रण में उतरकर पहले ही दर्जनभर भाजपा के बरिष्ठ नेताओं को खुडे लाइन लगा चुकी है और अब मंत्री पद तक की महत्वकांक्षा कंगना को तो मंहगी पड़ने लगी है और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भी सकते में डाल दिया है। सनद रहे कि कंगना पर पहले ही आरोप लग रहे हैं कि वह मंडी के मुद्दों की बात नहीं कर रही है बल्कि अनाप-शनाप बयानबाजी कर रही है। उधर दूसरी तरफ विक्रमादित्य सिंह हर क्षेत्र में जाकर जनता की दुखती रग पर हाथ रख कर हर मुद्दों के समाधान की बात कर रहे हैं।

—-कंगना के बयान से बड़े नेता भी आहत—
-कंगना के इस बयान कि मनिस्ट्री मिलेगी तो बॉलीवुड छोड़ देगी अन्यथा पेंडिंग फिल्मों को बनाने जाएगी ने जहां चुनावी प्रचार को धक्का लगाया है वहीं अनुराग ठाकुर जैसे वरिष्ठ नेताओं को भी साइड लाइन लगाने की बात पर बल दिया है। इस बयान से भाजपा में खलबली मच गई है कि कंगना जीती तो तब खतरा और हारी तो तब फजीहत। लिहाजा कंगना भाजपा के लिए गले की फांस बन चुकी है।