सर्वशक्तिमान मंत्र गायत्री महामंत्र 15 दिवसीय चांद्रायण तप साधना का 11वां दिवस सम्पन्न
तुफान मेल न्यूज, मनाली
आज प्रातःकालीन सत्र में में देश के जाने माने आध्यात्मिक सन्त एवं अंतरराष्ट्रीय संस्था विश्व जागृति मिशन के संस्थापक अध्यक्ष परम श्रद्धेय सदगुरुदेव श्री सुधांशु जी महाराज ने साधना में उपस्थित साधकों को कहा कि अपनी आयु को याद करते हुए जन्म देने वाले परमात्मा को धन्यवाद दें।

कर्म के आधार पर शरीर मिला और नाम मिला तथा माता पिता के प्रेम को याद करें। पूज्य गुरुदेव ने कहा कि आपके पुण्य कर्म से ही स्वर्ग की प्राप्ति होगी।

आगे कहा कि भगवान के तेज स्वरूप और उनके प्रकाश को याद करते हुए सर्वशक्तिमान मंत्र गायत्री महामंत्र का उच्चारण करें। अपने गुनाहों को याद करते हुए परमात्मा से क्षमा मांगकर उन्हें प्रणाम करें।

महाकाल भगवान शिव को याद करें और और ॐ नमः शिवाय बोलते हुए उनकी कृपा को अपने अन्दर अनुभव करें। हमारे ओर से कभी भी दूसरे के लिए कोई गलती हो गई है, क्षमा मांगकर नमन करें। मेरे द्वारा कोई पाप हुआ है, उसे भी दूर कर दें।इस मौके पर ध्यान एवं योग गुरु डॉ अर्चिका दीदी जी भी उपस्थित रहीं।


