तुफान मेल न्युज, सैंज
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दो मई की भाजपा की रैली में सैंज के लोगों को हॉस्पिटल की मांगों को लेकर धरने में बैठे लोगों के प्रति दिए गए विधायक सुरेन्द्र शौरी के भाषण के जवाब में सैंज संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष महेश शर्मा ने कहा की विधायक सुरेंद्र शौरी द्वारा दो मई को लारजी में भाजपा रैली में सैंज घाटी के लोगों द्वारा अस्पताल की मांग को लेकर जो भाषा का इस्तेमाल किया है वह उनकी क्षेत्रवाद की मानसिकता को दर्शाता है उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में धरने प्रदर्शन करना यह जनता का अधिकार है सैंज संयुक्त संघर्ष समिति पिछले छ वर्षों से सैंज घाटी के जनहित मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ती आई है और सैंज हॉस्पिटल की मांग को लेकर समिति द्वारा दिसंबर के महीने में क्रमिक अनशन को तुड़वाने के लिए भी विधायक महोदय आए थे और उन्होंने सैंज घाटी के लोगों से वादा किया था कि अस्पताल में खाली पदों को भरे जाएंगे और रात्रि सेवा शुरू कर दी जाएगी

लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल में न ही पदों को भरा और न ही रात्री सेवा शुरू करवाई और ना ही इस पांच वर्षों में इस अस्पताल के लिए ट्रांसफार्मर लगा पाए समिति द्वारा नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री को मांग पत्र दिया इसके बाद ऑन कॉल पर रात्रि सेवा भी शुरू कर दी गई थी और समिति की मांग पर डेंटल डॉक्टर का भी पद भर दिया गया था है और जो देऊरी पी एच सी की बात कर रहे हैं इनके पांच वर्ष के कार्यकाल में वहां पर ताला ही लग रहा समिति की मांग पर आज वहां पर सेवा शुरू कर दी गई है आपकी सरकार के समक्ष समिति ने आई टी आई कॉलेज बस स्टैंड सब्जी मंडी सड़के गाड़ा पारली के रोड आदि कई मांगे रखी थी लेकिन आपके द्वारा आश्वासन ही मिले सैंज संयुक्त संघर्ष समिति घाटी के जनहित मुद्दों हो या कोरोना का दौर हो या आपदा का समय था समिति तन मन धन के साथ निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा में लगी रही जिसके लिए पन्द्रह अगस्त को समिति को जिला प्रशस्ति पत्र भी दिया गया समितिआगे भी जनहित मुद्दों को समय समय पर सरकार के समक्ष प्रस्तुत करते रहेगें लेकिन घाटी में 9 और 10 जुलाई को एन एच पी सी के सभी गेट खोलने के बाद डैम से लारजी तक नदी किनारे लोगों के घर जमीन के हुए नुक्सान को लेकर क्या आपने एक बार भी यह बात अपनी भारत सरकार के समक्ष रखी जबकि एन एच पी सी भारत सरकार का उपक्रम है। सैंज संयुक्त संघर्ष समिति एक व्यक्ति की नही यह घाटी की जनता का विश्वास है और आगे भी जहां समिति को लगता है हड़ताल पर बैठना पड़ेगा हम तैयार है लेकिन आप विधानसभा के विधायक हो और विपक्ष में हो आप भी जहां लगता है हड़ताल पर बैठ सकते हो