तूफान मेल न्यूज,केलांग। लाहुल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। यहां जो राजनीतिक हालात राजनीतिक दलों द्वारा बनाए गए हैं उससे जनता परेशान है। यही नहीं अदला-बदली के नेता यहां के कार्यकर्ता स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। रवि ठाकुर की भाजपा में पैराशुटी एंट्री और रामलाल मार्कंडेय को हाशय पर धकेलना भाजपा के कार्यकर्ताओं को रास नहीं और यही कारण है कि भाजपा सामूहिक इस्तीफे पर है। वहीं भाजपा के ही कार्यकर्ता रवि ठाकुर को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। यही स्थिति कांग्रेस में बनी हुई है। यदि रामलाल मार्कंडेय कांग्रेस में शामिल होते हैं तो कांग्रेस के कार्यकर्ता सामूहिक इस्तीफे पर होंगें। ऐसी स्थिति में दोनों पार्टियों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता अलग-थलग हो चुके हैं और आम जनता पिसती नजर आ रही है। अभी तक जो स्थिति बनी हुई है उससे स्पष्ट हो रहा है कि यहां त्रिकोणीय मुकाबला होगा। क्योंकि रामलाल मार्कंडेय व उनके समर्थक पहले ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। हलांकि कांग्रेस अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर सकी है बावजूद इसके कांग्रेस में भय है कि एन समय पर कहीं मार्कंडेय कांग्रेस में एंट्री न मार दे। इतिहास गवाह है कि लाहुल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र में जिस भी राजनीतिक दल का बागी नेता चुनावी मैदान में उतरा है उसी दल को नुकसान हुआ है और सत्ता दूसरे दल के हाथ जाती रही है। लेकिन इस बार स्थिति ही उलट है। इस बार पार्टी के प्रमुख नेता ही बागी बन बैठे हैं ऐसी स्थिति में लाहुल के क्या परिणाम होंगें इस पर राजनीतिक पंडित मंथन कर रहे हैं।
लाहुल-स्पीति में असमंजस की स्थिति,अदला-बदली के नेता कार्यकर्ताओं को स्वीकार नहीं
