तूफान मेल न्यूज,डेस्क। यदि भाजपा का लोटस ऑपरेशन कामयाब होता है तो उस स्थिति में प्रदेश का CM कौन होगा इस पर सबकी निगाहें टिक गई है। CM विक्रमादित्य सिंह होंगे या फिर जयराम यह शंशय बरकरार है। हालांकि अभी तक जो स्थिति बन रही है उसमें जयराम ठाकुर की छुट्टी होती नजर आ रही है लेकिन यह जरूरी भी नहीं है। राजनीतिक माहिरों का मानना है कि लोटस ऑपरेशन के बाद दो तरह की स्थिति हो सकती है। पहली स्थिति में जयराम ठाकुर CM होंगें और कांग्रेस से जाने बाले अधिकतर विधायकों को मंत्री पद मिलेंगे। शेष बचे विधायकों को बोर्ड चेयरमैनी मिलेगी। विक्रमादित्य सिंह उप मुख्यमंत्री हो सकते हैं। इस स्थिति में भाजपा के विधायकों को विधायकी में ही संतोष करना पड़ेगा। दूसरी स्थिति में जयराम ठाकुर को दिल्ली का रास्ता देखना पड़ सकता है और विक्रमादित्य सिंह CM होंगें। ऐसी स्थिति में उप मुख्यमंत्री भाजपा का होगा और मंत्री पद भी फिफ्टी-फिफ्टी होंगें। पांच विधायक विक्रमादित्य सिंह के पक्ष के मंत्री बनेंगे और पांच भाजपा के। बोर्ड की चेयरमैनी में भी फिफ्टी-फिफ्टी का रेशो होगा। अब देखना यह है कि कौन सी स्थिति फिट बैठती है। उधर सुक्खू सरकार ने छह विधायकों की विधानसभा सदस्यता खत्म करके लोटस ऑपरेशन पर ब्रेक लगा दी है। अब जब छह विधायक कोर्ट से बहाल हो जाते हैं तभी भाजपा का लोटस कामयाब हो पाएगा। वहीं अब CM सुक्खू विक्रमादित्य सिंह के पक्ष के विधायकों को खुश करने में जुट गए हैं और चेयरमैनी सौंपी जा रही है ताकि लोटस कामयाब न हो सके।
लोटस: लोटस ऑपरेशन की स्थिति CM कौन,विक्रमादित्य सिंह या जयराम
