तूफान मेल न्यूज,कुल्लू।
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अग्निपथ योजन लंगड़ी है। इस योजना से केंद्र सरकार युवाओं के साथ कुठाराघात कर रही है। इसमें युवाओं का कैरियर नहीं है। यह बता कांग्रेस सैनिक लीग के प्रदेशाध्यक्ष ब्रिगेडियर टीएस ठाकुर ने कही। उनके साथ इस दौरान युवा कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता कर्ण देव बौद्ध भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि
देवभूमि हिमाचल प्रदेश को वीरभूमि के नाम से भी जाना जाता है और तकरीबन हर दूसरे घर से हमारे युवा सेना में भर्ती होकर देश सेवा करने का सपना देखते हैं। मगर अफसोस, देश-प्रदेश के लगभग डेढ लाख युवाओं के इन सपनों पर केन्द्र की भाजपा सरकार ने ग्रहण लगा दिया है। लगभग दो शताब्दियों से चली आ रही पूर्व सेना भर्ती योजना समाप्त करके, जो अपने आप में एक मिसाल रही है जिसके तहत भर्ती हुए हमारे बहादुर जवानों ने देश विदेश में लड़े गए सभी युद्धों, उग्रवाद ग्रस्त काऊंटर इन्सरजैंसी आपरेशन्स में अपने जौहर दिखाते हुए देश की सुरक्षा को आंच नहीं आने दी। जिसका मुख्य कारण था पुरानी भर्ती निति के तहत भर्ती किए गए युवाओं को कम से कम एक साल का कड़ा और कठिन प्रशिक्षण देकर आगे विभिन्न इन्फैंट्री बटालियनों में भेजना। आगे जहां वह अपनी ड्यूटी दौरान अन्य कोर्स पास करके लगभग चार-पांच साल में एक अनुभवी व मजबूत लड़ाकू सैनिक बनते थे, जबकि अग्निपथ स्कीम में एक तो इनका प्रशिक्षण आधा कर दिया गया। जब तक एक अग्नीवीर पूरी तरह से एक प्रशिक्षित सैनिक बने उससे पहले ही कुल भर्ती हुए अग्नीवीरों में से 75% अग्नीवीरों को जबरदस्ती रिटायर कर, कुछ लाभ देकर वापिस उन्हें फ़िर से बेरोज़गार कर दिया जाएगा। केन्द्र सरकार कहती है कि उन्हें पुन-रोजगार में वरीयता दी जाएगी। यह कितना हास्यप्रद है । सरकार हर वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वायदा कर सत्ता में आई थी सब हवा-हवाई निकला, बल्कि 75% अग्नीवीरों को
रिटायर करने से तो बेरोजगारी और बढ़ जाने की संभावना प्रबल होती है। यह बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी , यूथ कांग्रेस, पूर्व सैनिक इन युवाओं की मदद के लिए आंदोलन हिमाचल प्रदेश में चलाएगी।