तूफान मेल न्यूज,भुंतर। शुक्रवार को हुई हिमाचल प्रदेश सरकार कैबिनेट मंत्री मंडलकी बैठक में बिजली महादेव रोपवे को मंजूरी दी गई। क्योंकि हिमाचल सरकार को भारत सरकार इस परियोजना के प्रॉफिट में से आधी हिस्सेदारी देने को तैयार हो गई है।

इसी लिए बिजली महादेव रोपवे मामला सुलझने के बाद राज्य सरकार ने मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी । वहीं
ग्राम पंचायत जिया के प्रधान व बिजली महादेव रोपवे संघर्ष समिति के सदस्य संजीव शर्मा उर्फ संजू पंडित ने एक पैस नोट जारी कर हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कैबिनेट में प्रस्तावित बिजली महादेव रोपवे लगाने के फैसले का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि स्थानिय जनता में सरकार के इस फैसले को लेकर भारी रोष है । पहले भी खराहल व कशावरी गांव के लोगों ने रोपवे के विरोध में हजारों की संख्या में जिला मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया था। स्थानीय जनता के साथ व्यापार मंडल कुल्लु ने पूरा बाजार बंद करके इसके विरोध को समर्थन दिया था। संजीव शर्मा ने कहा कि सर्वविदित है बिजली महादेव ने देववाणी के माध्यम से रोपने लगाने के लिए बिल्कुल मना किया है । इसी लिए देव आदेश के चलते सभी रोपवे लगाने का विरोध कर रहे हैं। सरकार के रोपवे लगाने के निर्णय से स्थानीय लोग व देव समाज में भारी रोष है । क्योंकि कुल्लु के प्रमुख देव स्थल बिजली महादेव को सरकार एक पर्यटक स्थल में बदलने की कोशिश कर रही है। जिसे किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देव भूमि कुल्लू में देववाणी और देव संस्कृति का सम्मान करना सरकार का कर्तव्य है और सरकार को जन भावनाओं का समान करना चाहिए । विकास के नाम पर देव सालो से छेड़छाड़ करने से सरकार को परहेज करना चाहिए । अगर जबरदस्ती की गई तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे।