तूफान मेल न्यूज,मनाली। आखिर राष्ट्र स्तरीय विंटर कार्निवाल मनाली का मुख्य इवेंट विंटर क्वीन का ताज कब तक विवादों में घिरता रहेगा। हलांकि पिछले दो वर्षों में चुनी विंटर क्वीन के फैसले शांतिपूर्ण हुए और कोई विवाद नहीं हुआ लेकिन इस बार फिर से गत वर्षों की भांति आयोजकों पर उंगलियां उठ चुकी है और चर्चाओं का बाजार गर्म है।

इस बार विवाद यह उठा कि दो राउंड होने से पहले ही विंटर क्वीन का परिणाम घोषित किया गया। जबकि दो राउंड बकाया थे और इन में पता चलना था कि विंटर क्वीन कौन होगी लेकिन विंटर कार्निवाल कमेटी ने आनन-फानन में राउंड छोड़ कर ही परिणाम घोषित कर दिया और मनाली से विंटर क्वीन व एक रनरअप निकाल दी,जबकि एक रनरअप शिमला जिला से घोषित की गई। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि विना राउंड से ही कैसे पता चला कि यह विंटर क्वीन बन सकती है जबकि सवाल जवाब बकाया थे। होना यूं था कि जो दो राउंड बकाया थे उसमें 15 सुंदरियों में से एक राउंड में 10 सुंदरियां बाहर होनी थी और लास्ट राउंड के लिए 5 सुंदरियां रहनी थी। इन पांच में से दो बाहर होनी थी और तीन फायनल होनी थी। जिसमें एक विंटर क्वीन फस्ट रनरअप,विंटर क्वीन सेकेंड रनरअप और विंटर क्वीन 2024 होनी थी। लेकिन आयोजकों ने सीधे 15 सुंदरियों से ही रिजल्ट घोषित कर दिया। जिस कारण अब प्रतिभागी भी निराश है और चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है कि आखिर कब तक ऐसा चलता रहेगा,कब तक सुंदरियों के साथ ऐसा होता रहेगा। बॉक्स
कहीं मैच फिक्सिंग तो नहीं
चर्चा यह भी है कि कहीं विंटर क्वीन प्रतियोगिता में मैच फिक्सिंग तो नहीं था। तभी बिना राउंड करवाए ही 15 सुंदरियों में से 3 का चयन किया गया और तीन में दो मनाली की और एक शिमला से।