देवी-देवताओं से हैं दशहरे की शान, विवाद को सुलझाएं व देवताओं को स्थान दें प्रशासन:राजीव किमटा

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कांग्रेस भी आई देव पक्ष में कहा देवताओं को उनके स्थान से हटाना ठीक नहीं
तूफान मेल न्यूज,कुल्लू। देवी-देवताओं के पक्ष में कांग्रेस भी उतर आई है और सारा ठीकरा प्रशासन के सर फोड़ दिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजीव किमटा ने पार्टी की तरफ से ब्यान जारी करते हुए कहा है कि देवी-देवता ही दशहरा पर्व की शान है और देवताओं के आगमन से ही यह पर्व शुरू हुआ था।

इसलिए देवताओं को आने से रोकना व उन्हें स्थान से हटाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देव नीति का हमेशा सम्मान करती है इसलिए प्रशासन को यह विवाद सुलझा लेना चाहिए और देवी-देवताओं को ढालपुर में ही स्थान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले तो यहां 365 माफिदार व 122 से अधिक गैर माफिदार देवी-देवता आते थे सभी को स्थान दिया जाता था और इस समय भी देना चाहिए।उन्होंने दशहरा स्थल से देवी देताओं को जूतों समेत घुस कर बल पूर्वक उनके तम्बू उखाड़ना तथा उनके रथों  को जबरन उनके बैठने के स्थल से हटाना हमारी परंपरा नहीं,यदि ऐसा हुआ है तो देव परंपरा के अनुसार शुद्धिकरण भी होना चाहिए।
उन्होंने दशहरा कमेटी को इस विवाद को तुरंत सुलझाने को कहा है ताकि घाटी के देवी देवताओं का मान सम्मान बना रहे। उन्होंन कहा कि कारदार संघ की नालायकी से इस तरह की घटना हुई है और कारदार संघ इस मामले में खामोश है। जिस कारदार संघ को देवनीति के बारे ज्ञान नहीं और देवताओं की सुरक्षा नहीं कर सकता उस संघ को अपने पदों की भी गरिमा बनाकर रखनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने देव समाज के उत्थान के लिए कुल्लू में देवसदन का निर्माण किया है और देवी-देवताओं के मंदिरों के रख रखाव व पूजा पद्दति के लिए 12.50 करोड़ के रिवोल्विंग फंड का प्रावधान किया है। जिसका लाभ देव समाज को हर साल हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसके आवंटन में भी पारदर्शिता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार कांग्रेस पार्टी हमेशा देव समाज की हितेषी रही है।

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