भाजपा सरकार की तरह कांग्रेस ने भी पुजारियों को रखा बंचित

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पुजारी संघ ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
तूफान मेल न्यूज,कुल्लू। देवी-देवता पुजारी कल्याण संघ ने जिला प्रशासन व सरकार से नाराजगी जताई है। पुजारियों को कोई भी सुविधा न मिलने से अब पुजारियों में आक्रोश उतपन्न हो रहा है। जिला पुजारी संघ ने मुख्यमंत्री को नाराजगी भरा पत्र लिखा है। पुजारी संघ के प्रधान धनी राम चौहान ने कहा कि
पुजारी 12 महीने 24 घंटे देवी-देवताओं और मंदिर में ड्यूटी देता है और पुजारियों के बगैर देवताओं का कोई भी कार्य नहीं होता। तब भी पुजारियों को उनके हक हकूकों से भाजपा सरकार की तरह कांग्रेस ने भी बंचित रखा गया है।
दशहरे में पुजारी संघ को सदस्य तक नहीं बनाया जाता और न ही किसी देव संबंधित बैठक में बुलाया जाता है। उन्होंने मांग की है कि पुजारी संघ को दशहरा कमेटी में स्थाई सदस्य बनाया जाए तथा देव संबधित कोई भी बैठक हो उसमें भी पुजारी संघ को बुलाया जाए। उन्होंने आरोप लगाया है कि
यहां तो अंग्रेजों के राज का कानून चला है। कारदार को सब कुछ बना रखा है। बाकि सभी संगठन गूर संघ, बजयंत्री संघ, पुजारी संघ को दरकिनार कर रखा है। जब कि कारदार सिर्फ प्रबंधक होता है। ऊपर लिखित संगठनों के बगैर देवनीति और देव समाज चल ही नहीं सकता। इन संगठनों को भी दशहरा कमेटी में स्थाई सदस्य बनाया जाए और हर देव संबधी बैठक में बुलाया जाए, ताकि न्याय मिले और सभी संगठन अपने विचार रख सकें और भेदभाव से निजात मिले। उन्होंने कहा कि देव सदन के होते हुए भी
पुजारी कल्याण संघ अपना रिकार्ड किराये के कमरे में रखने को मजबुर है। बैठकें ग्राउंड में करते आए हैं। हमने सरकार से मांग की है कि कारदार संघ की तरह हमें भी देव सदन में एक कमरा दिया जाए, ताकि हमारी बैठक वहां होती रहे और पुस्तकालय भी रखा जाए, जिसमें देववाणी संस्कृत में लिखी गई पुस्तकें अध्ययन के लिए और शोध के लिए रखी जाए। पूजा पद्धति के लिए सरकार से जो पैसा देवलयों को आती है। यह सीधा पुजारियों को मिलना चाहिए, उसको जिस प्रपत्र पर कारदारों को दिया जाता है। यह कई जगह पुजारियों तक पहुंचता ही नहीं।
दशहरे में कारादार संघ, गूर संघ,बजयंत्री संघ की तरह पुजारियों को भी भत्ता मिलना चाहिए। जो सबसे ज्यादा दिन रात ड्यूटी देता है और पुजारी के वगैर कोई भी देव कार्य हो ही नहीं सकता।

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