तूफान मेल न्यूज,कुल्लू।
न तो केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को आपदा प्रभावित राज्य घोषित किया और न ही कोई विशेष राहत पैकेज प्रदान किया। बल्कि प्रदेश भाजपा के नेताओं ने प्रदेश की जनता की मदद करने हेतु इस बाबत केंद्र सरकार के समक्ष न तो कोई गुहार लगाई, न ही जनहित में प्रभावितों के पक्ष की कोई वकालत की। जबकि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने केंद्र के समक्ष बार बार प्रधानमंत्री मोदी जी और गृहमंत्री अमित शाह से पर्सनल भेंट कर हिमाचल प्रदेश के लिए मदद का आह्वान किया। केंद्र की भाजपा सरकार ने हिमाचल प्रदेश की आपदा को राजनीतिक चश्मे से देखते हुए उपेक्षित रवैया अपनाते हुए सौतेला व्यवहार किया है, जिसका जवाब आने वाले लोकसभा चुनावों में जनता देने को तैयार है। ये बात प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने आज यहां पत्रकारों से भेंट करते हुए कही। उन्होंने बताया कि दृढ़ इच्छाशक्ति के स्वामी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपनी जनता के दर्द को समझते हुए राज्य को आपदा प्रभावित घोषित करने के साथ ही अपने संसाधनों से प्रभावितो के लिए 3500 करोड़ राशि का पैकेज घोषित कर दिया। जो कि हिमाचल सरकार द्वारा अपनी जनता के प्रति मानवीय संवेदनाओं को दर्शाता है। सरकार के इस संकल्प को जन जन का सम्मान और सलाम ! कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुआवजा भी दस गुणा बढ़ा कर दिया है, जो मकान,दुकान, ढाबा या झुगी, झोंपड़ी के क्षतिग्रस्त होने वाले सभी लोगों को विना भेदभाव त्वरित राहत के रूप में दिया है। इसमें नो कंडीशन अप्लाई करने का निर्देश जारी किया गया था।
मुख्यमंत्री ने पैकेज जारी करते हुए सभी प्रभावितों को मकान हेतु 7 लाख की राशि बतौर मदद देने का निर्देश दिया है। जो पूर्ण क्षतिग्रस्त व आंशिक क्षति ग्रस्त मकानों के साथ झुगी, झोंपड़ी बालों को भी दी जाएगी बशर्ते जो लंबी अवधि से राज्य में रहकर यहां सेवाएं दे रहे हों। जिनके पास भूमि नहीं है, उन्हें मकान बनाने को भूमि प्रदान की जाएगी। जब तक मकान तैयार न हो, सरकार प्रभावितों को विजली पानी मुफ्त मुहैया करवाएगी। गौर तलब है कि सरकार उक्त पैकेज में सभी प्रभावितों को समान राशि बतौर मदद प्रदान करेगी। पैकेज में कोई आय सीमा की शर्त लागू नहीं होगी अर्थात सरकार संकट की इस घड़ी में अपना सर्वस्व: खो चुके लोगों के दर्द को समझती है और ये उन्हें सांत्वना देने का प्रयास है।
स्मरण रहे कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपनी सम्पूर्ण निधि आपदा प्रभावितों को दान कर दी है। जबकि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अपने राज्य की जनता का संबल बनने की अपेक्षा गार्ंटियों का राग अलापते हुए वर्तमान स्थिति से अनभिज्ञ होने का नाटक कर रहे हैं। ध्यान भटकाने की कोशिश में वे भाषा की मर्यादा भी भूल जाते हैं जैसे सदन में पंचायती राज के चुने हुए प्रतिनिधियों के लिए उन्होंने टुच्चे नेता जैसे निम्न स्तर के शब्द इस्तेमाल कर सदन की गरिमा को भंग किया है।
केंद्र की भाजपा सरकार को हिमाचल की जनता देगी जवाब-इंदु पटियाल
