तूफान मेल न्यूज,कांगड़ा।
हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में एक मासूम बच्चे की हत्या मामले में अदालत ने आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई है। बड़ी बात यह है कि मासूम के हत्यारे कोई और नहीं बल्कि उसी की मां और चाचा है। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश नूरपुर राजेंद्र कुमार की अदालत ने सोमवार को यह फैसला सुनाया है।
दरअसल, मामला 2019 का है जब मां और चाचा ने मिलकर 7 वर्षीय मासूम को मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद पुलिस थाना इंदौरा में मासूम के पिता ने इस बाबत शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया और मामले की गहनता से जांच पड़ताल की।
इस दौरान जब 7 वर्षीय मासूम का पोस्टमार्टम करवाया गया तो पता चला कि उसकी गला घोटकर हत्या की गई थी। वही जिस वक्त इस वारदात को अंजाम दिया गया उस दौरान मृतक का पिता जो कि पेशे से चालक है वह जम्मू में मौजूद था।
अपने मासूम बेटे की जब मौत की जानकारी उसे मिली तो वह तुरंत मौके पर पहुंचा। इस दौरान जब उसने अपने छोटे बेटे से पूछताछ की तो हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ। छोटे बेटे ने बताया कि उसके भाई की उनकी माता और चाचा को अनैतिक तौर पर संबंध स्थापित करते हुए देख लिया था।
इसके चलते उसकी पत्नी और उसके भाई ने जंगल में ले जाकर किन्नू नाले में बेटे की गला दबाकर हत्या कर शव को पहाड़ी से नीचे फेंक दिया था। वहीं पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया और उनसे कड़ी पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया।
अब तकरीबन 5 साल बाद मासूम को अदालत से न्याय मिला। अदालत ने तमाम सबूतो और गवाहों के आधार पर दोनों को दोषी करार दिया और उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई।