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तूफान मेल न्यूज, नाहन।
श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र में जटौन के अंतर्गत मैहत गांव से गुजर रहे गिरी रिवर बेड से भारी मात्रा में अवैध खनन किया जा रहा है। मौके से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस व्यक्ति के नाम यहां की लीज है उन्हीं के द्वारा अवैध रूप से खनन कर रेत बजरी का स्टॉक इकट्ठा किया जा रहा है। हैरानी तो इस बात की भी है कि इस पूरे खेल में वन विभाग से लेकर माइनिंग गार्ड तक पर स्थानीय लोगों के द्वारा मिली भगत का आरोप लगाया गया है।
स्थानीय निवासी गुमान सिंह रणदीप सिंह आदि का कहना है कि यह अवैध माइनिंग का धंधा एक प्रभावशाली व्यक्ति के द्वारा चलाया जा रहा है। लोगों का आरोप यह भी है कि कथित व्यक्ति पर किसी बड़े भाजपा नेता के वरद हस्त होने का भी आरोप लगाया गया है। गुमान सिंह आदि का कहना है कि करीब दो-तीन दिन पहले 20 से 30 ट्रैक्टर भरी दोपहर में रिवर बेड से रेत बजरी उठा रहे थे। बता दे की इन दोनों सरकार के द्वारा रिवर बेड से मीनिंग करने पर पूरी तरह प्रतिबंध होता है। बावजूद इसके जब एच एन एन की टीम मौके पर पहुंची तो नदी में ट्रैक्टर बेखौफ रूप से माइनिंग कर रहे थे। नदी से उठाया गया रेत बजरी नजदीक ही कथित आरोपी के द्वारा ली गई लीज क्षेत्र में स्टॉक किया जा रहा था। मौके से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्टॉक किया गया मटेरियल 300 से भी अधिक ट्रॉली का माना जा रहा है। मीडिया टीम के द्वारा 2 दिन किए गए स्पॉट निरीक्षण के दौरान कोई भी ना तो वन विभाग का और ना ही माइनिंग विभाग का कोई कर्मचारी आसपास नजर आया। चौंकाने वाली बात तो यहां यह भी सामने आई है की जो मीनिंग के लिए एम फार्म दिया जाता है उसमें भी बड़े घोटाले से इनकार नहीं किया जा सकता। इस बाबत जब रेत बजरी ले जाने वाले टिपल चालको और ट्रैक्टर चालको से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें दिए गए माल की रसीद नहीं दी जाती है। एम फार्म को लेकर इन लोगों ने मोबाइल में एक मैसेज का हवाला भी दिया। लोगों का कहना है कि माइनिंग लीज होल्डर के द्वारा एम फार्म के ₹2500 तथा 12 टन माल का ₹10000 अलग से लिया जाता है। तो अब सवाल उठता है कि सरकार को इस अवैध माइनिंग से फायदा क्या हो रहा है। सवाल तो यह भी उठना है कि जब मौके पर सैकड़ो माल पड़ा है तो उसे अभी तक माइनिंग डिपार्टमेंट के द्वारा सीज क्यों नहीं किया गया है।
वही इस बाबत जब जिला माइनिंग ऑफिसर कुलभूषण शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जहां का यह मामला है वहां वह पहले भी मामला दर्ज कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि यदि माल रिवर बेड से उठाकर स्टॉक किया गया है तो उसे तुरंत सीज कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल रिवर बेड से माइनिंग पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।