पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा लारजी पुल को उखाड़ने पर लामबंद हुए ग्रामीण, भगाई पुल उखाड़ने बाली टीम

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प्रशाशन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन व नारेबाजी
सराज व बंजार विधानसभा क्षेत्रों के दर्जनों गाँवो को जोड़ता है ये पुल
1998 में लारजी जल विद्युत परियोजना के निर्माण के दौरान विद्युत विभाग ने ग्रामीणों की मांग पर लगाया था पुल
स्थानीय लोगों के साथ स्कूली बच्चों को होगी भारी परेशानी

तूफान मेल न्यूज, लारजी। सराज व बंजार विधानसभा क्षेत्रों को जोड़ने वाले लारजी वैली ब्रिज को प्रशासन द्वारा उखाड़कर दूसरी जगह स्थानांतरित करने की कवायद शुरू हुई है । इस वैली ब्रिज को स्थानांतरित करने पर स्थानीय लोगों ने भारी विरोध दर्ज किया है। बता दें कि लारजी जल विद्युत परियोजना के निर्माण के समय 1998 में ग्रामीणों की मांग पर विद्युत विभाग द्वारा यह पुल (वैली ब्रिज) यहां लगवाया था। इससे पूर्व इस स्थान पर पैदल चलने वाला पुल हुआ करता था। यह पुल सराज व बंजार विधानसभा क्षेत्रों के दर्जनों गांव को आपस में जोड़े हुए हैं। लारजी, मंघुली, टिपर, शिली लारजी, मुहलु,, खमराधा, काऊ, पन्जाईं आदि दर्जनों गाँव बालों का ये कई दशकों पुराना रास्ता है। स्कूली बच्चे भी इसी पुल से आते जाते हैं तथा ग्रामीणों की रोजमर्रा की जरूरतों के सामान के लिए इसी पुल से आवाजाही रहती है।

वैली ब्रिज को उठाने से ना केवल स्थानीय लोगों को बल्कि स्कूल के छोटे छोटे नन्हे बच्चों को भी भारी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। इस अवसर पर स्थानीय निवासी पूर्व प्रधान डोला सिंह महंत ने बताया कि प्रशासन द्वारा वैली ब्रिज को उखाड़ने के आदेश जारी किए गए हैं उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि इस पुल को उखाड़ने की कोशिश हुई तो ग्रामीण किसी भी हद तक उतरने को हर समय तैयार रहेगा। स्थानीय महिला जिंदी देवी ने बताया कि इस पुल से रोजाना ग्रामीणों के साथ साथ स्कूली बच्चों व बीमार लोगों का आना जाना रहता है उन्होंने बताया कि हम किसी भी कीमत लारजी पुल को यहां से ले जाने नहीं देंगे।
उधर पीडब्ल्यूडी के एक्शन (अधिशाषी अभियंता) जी एल ठाकुर ने लारजी वैली ब्रिज को उखाड़ कर दूसरी जगह स्थानांतरित करने की खबर को सिरे से नकार दिया है।

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