तूफान मेल न्यूज,केलांग। जहालमा नाले में लगातार आ रही बाढ़ और भूस्खलन से पट्टन घाटी में करीब 40 बीघा खेत और बागान पानी मे बह गए हैं। जहालमा नाले में बाढ़ आने से चन्द्रभागा नदी का जलस्तर बढ़ने से जोबरंग, जसरथ, हालिंग, फुडा, ताडंग में खेत और सेब के बगीचे भूस्खलन की चपेट में आए है। जिप सदस्य एवं जिला कांग्रेस प्रवक्ता कुंगा बौद्ध ने बताया कि जिला प्रशासन नुकसान का आंकलन लेने के लिए राजस्व विभाग की टीम को मौके पर रवाना किया है। बताया कि राजस्व विभाग ने ग्राउंड जीरो से नुकसान का रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को सौंप दी है। रिपोर्ट के मुताबिक चन्द्रभागा नदी के वाम तट पर बसे जसरथ गांव को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

बौद्ध ने कहा कि राजस्व विभाग के रिपोर्ट में कहा गया जसरथ गांव में 17 बीघा 2 विस्वा खेत और सेब का बगीचा नदी के बहाव में बह गए है। जिससे किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है। जबकि जोबरंग में 12 बीघा खेत और सेब के बगीचा पूरी तरह चन्द्रभागा नदी के जल में समा गया है। वहीं जोबरंग सड़क मार्ग पर भी दरारें पड़ गई है। हालिंग गांव में 2 बीघा, फुडा गांव में 1 बीघा, ताडंग में 1 बीघा खेत के अलावा सम्पर्क मार्ग में दरारें आई है। उधर, जहालमा नाले के ऊपर बसे लिंडूर गांव में 4 बीघा खेत और घासनी नाले में ढह गया है। जबकि खेतों में गहरी दरारें पड़ गई है। कुंगा बौद्ध ने बताया कि तहसीलदार केलांग ने खुद पैदल पहुंच कर लिंडूर गांव का जायजा लिया है। कहा कि प्रशासन और सरकार इस त्रासदी को लेकर गम्भीर हैं। कुंगा बौद्ध ने पिछले दिनों हुई बारिश के दौरान पूरे जिले में हुए नुकसान का आंकलन कर किसानों को जल्द मदद देने की प्रशासन, विधायक और सरकार अपील की है। उधर तहसीलदार नरेंद्र कुमार ने कहा कि फील्ड स्टाफ ने जोबरंग, जसरथ, फुडा, हालिंग, ताडंग और लिंडूर में बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान की रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है। जबकि अन्य जगहों में हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।