तूफान मेल न्यूज , कुल्लू।
देश के सबसे सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित परम वीर चक्र विजेता ऑनरी कैप्टन योगेंद्र यादव रविवार को हिमाचल दौर पर थे। इस दौरान में कारगिल युद्ध में उनके कमांडिंग अफसर रहे ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर से भी मिले।

आईआईटी कमाद में हुए एक कार्यक्रम के बाद परम वीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर के घर पर उनसे और उनके परिवार से मिलने आए। इस दौरान उन्होंने एक दूसरे से बातें कर अपनी कुछ पुरानी यादों को भी ताजा किया। इस दौरान योगेंद्र यादव ने बातचीत में कारगिल युद्ध की पुरानी यादों को भी ताजा किया। उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध के दौरान उनके कमांडिंग अफसर ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने एक नारा दिया था जीत या वीरगति, इसी नारे ने सभी में जोश और जनून पैदा किया और टाइगर हिल और तोलोलिंग जैसी ऊंची चोटियों पर जीत हासिल करने का मौका 18 ग्रेनेडियर को मिला। जोश और अनुभव का सही मिश्रण करके ही कारगिल युद्ध में जीत हासिल हुई। योगेंद्र यादव ने बताया कि कारगिल युद्ध में उन्हें भी 17 गोलियां लगी थी बावजूद इसके वे दुश्मनों से लड़ते रहे और बाद में लुढ़कते हुए नीचे तक पहुंचे थे।