बिग ब्रेकिंग: डाक्टर राजीव विंदल बने हिमाचल के भाजपा अध्यक्ष, हाशिये पर धकेले धूमल की जड़ में पानी सींच गए हाईकमान

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तूफान मेल न्यूज शिमला।

आखिर कयास खत्म हो गए हैं और सुरेश भारद्वाज का इस्तीफा मंजूर होते ही भाजपा ने हिमाचल को फिर से नया सरदार दे दिया है। अब डाक्टर राजीव विंदल एक बार फिर हिमाचल के भाजपा अध्यक्ष बन गए हैं।
नगर निगम शिमला चुनावों से पहले हिमाचल भाजपा को नया सरदार मिल गया है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पद पर डॉ. राजीव बिंदल की नियुक्ति की गई है। ये नियुक्ति भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की तरफ से की गई है। दो दिन पहले ही सुरेश कश्यप ने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, जिसे स्वीकृति के लिए जेपी नड्डा को सौंपा गया था। इसके बाद अब डॉ. राजीव बिंदल को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। अब सवाल यह खड़े हो गए हैं कि क्या सुरेश कश्यप से इस्तीफा लिया गया या उन्होंने दिया। यह सवाल खड़ा है।

कौन है राजीव विंदल

राजीव बिंदल हिमाचल प्रदेश विधान सभा के पांच बार के विधायक हैं। वह हिमाचल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रहे। वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं । बिंदल भारत के हिमाचल प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री भी रहे ।

बिंदल स्वर्गीय वैद बालमुकुंद बिंदल के पुत्र हैं और 12 जनवरी 1955 को सोलन में जन्म हुआ है। उन्होंने 2000 से 2012 तक लगातार तीन बार विधानसभा में सोलन निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह 2007 से 2012 तक हिमाचल प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के कैबिनेट मंत्री थे। उन्हें 10 जनवरी, 2018 को हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से चुना गया।

वह पेशे से डॉक्टर हैं। बिंदल ने अपने कॉलेज के दिनों से ही समाज सेवा शुरू कर दी थी। स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, वे तीन साल तक डॉक्टर के रूप में सेवा करने के लिए बिहार के आदिवासी इलाकों में गए । उन्होंने सोलन में हिमगिरी कल्याण आश्रम की स्थापना की। जो एक धर्मार्थ संस्था है जहाँ गरीब बच्चों को मुफ्त में रहने और शिक्षा प्रदान की जाती है।

बिंदल ने 1995 से 2000 तक सोलन नगरपालिका के अध्यक्ष का पद संभाला है। वह 2000 में विधायक चुने गए और हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष बने। वह 2003 और 2007 में सोलन से विधायक के रूप में फिर से चुने गए। वह 2007 – 2012 तक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के रूप में राज्य मंत्रिमंडल में शामिल हुए। सोलन निर्वाचन क्षेत्र के आरक्षित होने के बाद, उन्होंने सिरमौर जिले के नाहन से चुनाव लड़ा और लगातार दो बार निर्वाचित हुए। वह हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष बने, और 10 जनवरी, 2018 को संवैधानिक पद पर आसीन हुए। वह 2017 से 2019 में स्वास्थ्य मंत्री थे।

उन्होंने अध्यक्ष के रूप में दो साल बिताए, और फिर जनवरी 2020 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनकर संगठन में चले गए।

राज्य विधानसभा 2022 के हालिया चुनावों में वह पार्टी के विपक्षी नेता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से हार गए। अजय सोलंकी बहुत कम अंतर से।

उन्होंने नाहन शहर और उसके लोगों के लिए कई अच्छे काम किए हैं।

हाशिए पर धकेले गए धूमल की जड़ों में पानी सींच गई भाजपा हाईकमान
तूफान मेल न्यूज समीक्षा।
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में हाशिए पर धकेले गए पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल की जड़ों में भाजपा हाई कमान पानी सींच गई है। जिस तरह से हिमाचल प्रदेश भाजपा की कमान डॉ राजीव बिंदल को सौंपी गई है उससे प्रदेश की राजनीति में हाशिए पर धकेले गए पूर्व मुख्य मुख्यमंत्री प्रोफ़ेसर प्रेम कुमार धूमल खेमे को संजीवनी मिली है। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान हिमाचल प्रदेश में प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल खेमे को पूरी तरह से हाशिए पर धकेल दिया था यहां तक धूमल स्वयं भी चुनाव हार गए थे और हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया गया। लिहाजा उसके बावजूद भी प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल की पूरी टीम को साइडलाइन किया गया नतीजा यह रहा कि जयराम ठाकुर की सरकार को भी इस बार सत्ता हाथ गवानी पड़ी।
लिहाजा वर्ष 2024 में लोकसभा के चुनाव को मद्देनजर रखते हुए हिमाचल प्रदेश में भाजपा हाईकमान ने बड़ा बदलाव किया है जिसमें धूमल खेमे से संबंध रखने वाले डॉक्टर राजीव बिंदल को प्रदेश की कमान सौंपी गई है इससे प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल खेमे को हिमाचल प्रदेश में मजबूती मिली है। हालांकि हिमाचल प्रदेश में भाजपा का यह बदलाव किया रंग लाता है यह देखना बाकी है लेकिन डॉ राजीव बिंदल की ताजपोशी से हिमाचल प्रदेश के भीतर भाजपा के भीतर की राजनीति में एकदम उछाला गया है।

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