भुट्टिको सिर्फ सहकारी सभा नहीं एक मिशन है,बोले सत्यप्रकाश ठाकुर


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तूफान मेल न्यूज ,कुल्लू।
सहकारिता तथा हथकरघा की मशाल को अंर्तराष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय स्तर पर प्रज्वलित करने वाली शखस्यित स्व. ठाकुर वेदराम का जन्म दिवस धूमधाम से भुट्टिको
के सभागार में मनाया गया। इस अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी देश भर की विभूतियों को ठाकुर वेदराम राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इन
प्रतिभाओं को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए अंर्तराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कारों से भुट्टिको के सभागार में सम्मानित किया गया।
भुट्टिको के प्रबंधक मण्डल में लिये गए निर्णय अनुसार वर्ष 2022-23 में सहकारिता क्षेत्र में अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर दिए गए योगदान के लिए डॉ. गुलाब सिंह आजाद पूर्व कुलपति आरसी विश्वविद्यालय झारखंड को सहकारिता क्षेत्र का अंर्तराष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
डा.आके शर्मा क्षेत्रीय निदेशक आरआईसीएम चंडीगढ़ व
चंद्र देव सिंह लाम्बडा कृषि सेवा सहकारी सभा होशियारपुर को सहकारिता क्षेत्र का राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए गए।
प्रौफेसर विजय सिंह कटियार राष्ट्रीय डिजाईन संस्थान अहमदावाद, केवलू राम जौली कुल्लू व नवांग फुंचोंग टेरी लददाख को बुनकर क्षेत्र में उनकी विशिष्ट उपलब्धियों व योगदान के लिए ठाकुर वेदराम राष्ट्रीय पुरस्कारों से सुशोभित किया गया।
आशा शैली नैनीताल उतराखंड को साहित्य क्षेत्र के लिए ठाकुर वेदराम राष्ट्रीय पुरस्कार से अलंकृत किया गया। वहीं

अरूण उनियाल को इलैक्ट्रानिक मीडिया क्षेत्र के लिए व भवानी नेगी ब्यूरो प्रमुख स्टेटसमैन शिमला को प्रिंट मीडिया क्षेत्र में ठाकुर वेदराम राष्ट्रीय पुरस्कार दिए गए।

प्रेम जनमेजय गुलेरिया कांगड़ा को पुरोहित चन्द्र शेखर वेवस लोक साहित्य राष्ट्रीय पुरस्कार, कृष्ण लाल सहगल सोलन को चॉद कुल्लवी लाल चन्द प्रार्थी पहाड़ी कला संस्कृति राष्ट्रीय पुरस्कार, चंचल कुमार सरोलवी चम्बा को ठाकुर मौलू राम पहाड़ी भाषा साहित्य राष्ट्रीय पुरस्कार व ओम प्रकाश आड़ सुल्तानपुर कुल्लू को लाईफ टाईम अचीवमैंट राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अर्तराष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. तेज प्रताप पूर्व कुलपति जीवी पंत कृषि विश्व विद्यालय, चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय, शेरे कश्मीर कृषि विश्वविद्यालय रहे। इसी प्रकार पुरोहित चन्द्रशेखर वेवस की स्मृति में 19 अप्रैल सॉयकाल एक काव्य संध्या का आयोजन गया। जबकि शुक्रवार की सॉयकाल में चॉद कुल्लवी लाल चन्द प्रार्थी सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि हीरा लाल ठाकुर कार्यकारी सम्पादक भृगूतुंग एंव पूर्व राजस्व अधिकारी रहे। इन सभी विभिन्न कार्यक्रमों की अध्यक्षता ठाकुर सत्य प्रकाश अध्यक्ष भुट्टिको एंव पूर्व वागवानी मंत्री द्वारा की गई। इस अवसर पर अध्यक्ष सत्य प्रकाश ठाकुर ने कहा कि भुट्टिको एक मिशन है और इसके माध्यम से बुनकरों का उत्थान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज वेशक भारत की आबादी दुनिया की सबसे बड़ी आबादी हो गई है लेकिन बुनकरों की संख्या कम हो गई है। जब देश आजाद हुआ तो हमारे देश की उस समय की आबादी में पांच करोड़ बुनकर थे लेकिन आज देश की आबादी बढ़ गई है और बुनकरों की आबादी मुश्किल से 25 लाख भी नहीं रही है जो चिंता का विषय है। इस अवसर पर मुख्यतिथि डाक्टर तेज प्रताप सिंह ने बहुत सारे अनुभव साझा करते हुए कहा कि आज सहकारिता क्षेत्र,पत्रकारिता क्षेत्र व बुनकर क्षेत्र को जिंदा रखना है तो तेजी से बदलती हुई दुनिया के साथ बदलना होगा। इनोवेटिव कार्य करने होंगे तभी यह क्षेत्र जिंदा रह सकते हैं।

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