सुंदर ठाकुर के रूप में लंबे समय के बाद हिमाचल को मिला कड़े निर्णय लेने बाला नेता


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राजनीति में बढ़ता जा रहा है ठाकुर का कद विपक्ष के लोग भी कार्यशैली के कायल
तूफान मेल न्यूज ,डेस्क। हिमाचल प्रदेश खासकर जिला कुल्लू को लंबे समय के बाद एक ऐसा नेता मिला है जो कड़े फैसले लेने में सक्षम है और इसके दूरगामी परिणाम होंगें। कुल्लू विधानसभा क्षेत्र से 2017 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट से सुंदर ठाकुर विधायक बने लेकिन उन्हें विपक्ष में बैठना पड़ा। विपक्ष में बैठकर उन्होंने सरकार की नाक में जो दम दिया और जनता की समस्याओं को उठाया उससे जनता पर उन्होंने अटूट विश्वास बनाया। परिणाम यह निकला कि 2022 के चुनाव में फिर से उन्हें जीत मिली। हालांकि कुल्लू की जनता को मलाल है कि सुक्खू सरकार ने उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी जबकि वे हर पहलू को देखते हुए डिजर्व करते थे। वाबजूद इसके सीपीएस होते हुए भी सुंदर ठाकुर के जो कड़े फैसले रहे हैं उसके सभी कायल है। यहां तक कि हमने भाजपा और संघ के लोग भी सुंदर ठाकुर की मुक्त कंठ से सराहना करते सुने। बहुत सारे लोगों का कहना है कि लंबे समय के बाद कड़े व निर्भीक निर्णय लेने बाले नेता का उदय हुआ है।
कुल्लू को सुंदर बनाने के कड़े निर्णय की सराहना
कुल्लू को सुंदर बनाने के लिए जो कड़े निर्णय लिए गए हैं उनकी शहर ही नहीं हर जगह सराहना हो रही है। भुंतर के स्लम एरिया को खाली करने की बात हो या फिर ढालपुर मैदान से रेहड़ी-फहड़ियों को उठाने की बात हो। वुद्धिजीवी वर्ग व समाज के अधिकतर लोगों का कहना है कि आजतक कोई भी नेता व अधिकारी यह काम नहीं कर सका। लेकिन सुंदर ठाकुर के कड़े निर्णयों से यह संभव हो सका है। वेशक शुरुआती दौर में कुछ प्रभावित नाराज हो सकते हैं लेकिन बहुत सारे लोग कुछ भी हैं।

पर्यटन को पंख लगाने के लिए भी लिए तुरंत फैसले
सीपीएस बनते ही पर्यटन को पंख लगाने के लिए जो तुरंत फैसले लिए गए उससे कारोबारी वेहद खुश है। विजली महादेव को रोपवे की बात हो या फिर रिवर राफ्टिंग साइटों का चयन। पैराग्लाइडिंग हो या फिर गोरुडुघ का पर्यटन विकास। इन सभी तुरंत फैसलों ने सुंदर ठाकुर की साख बढ़ाई है।


भांग की खेती वैध हुई तो सारा श्रेय जाएगा सुंदर ठाकुर के नाम
भांग की खेती की वैधता लगभग तय है। यदि खेती वैध हुई तो इसका श्रेय सुंदर ठाकुर को ही जाएगा। भांग की खेती जहां यहां के लोगों के लिए बरदान साबित होगी वहीं सुंदर ठाकुर के राजनीतिक भविष्य को भी उज्ववल करेगी।

राजनीतिक चासनी से चमचे आउट
खास बात यह है कि सुंदर ठाकुर ने चमचों की राजनीति खत्म कर डाली है। यह पहली मर्तवा हुआ है कि चमचों के माध्यम से कोई काम नहीं होंगें। यदि आप चमचों के माध्यम से सुंदर ठाकुर से मिलेंगे तो जो काम होना था समझो काम नहीं होगा। लेकिन आप अपनी समस्या को लेकर स्वयं सीधे तौर पर मिलते हैं तो जो काम नहीं भी होना है वह हो जाएगा।

भाजपाई भी लगाने लगे सुंदर ठाकुर जिंदाबाद के नारे
एक गलियारे में कुछ राजनीतिक लोगों में चर्चा चली थी तो एक भाजपाई जो संघ से जुड़ा हुआ है ने सुंदर ठाकुर जिंदाबाद के नारे लगाए। यही नहीं उक्त भाजपाई ने कहा कि वेशक में संघ का हूं लेकिन जो काम सुंदर ठाकुर कर रहे हैं वोह कोई नहीं कर सका। उक्त व्यक्ति ने कहा कि लंबे समय के बाद इस तरह का नेता देखा है जो बोलता है वोही करता है। चर्चा कुल्लू को सुंदर बनाने के नाम पर चली थी।
साभार:धनेश गौतम बरिष्ठ पत्रकार

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