तूफान मेल न्यूज, केलांग।
14930 फुट ऊंचे कुंजुम दर्रा को बहाल करने में बीआरओ के जवान जुट गए हैं। बीआरओ के जवानों ने कुंजुम दर्रा पर चढ़ाई कर दी है। लिहाजा
हिमाचल प्रदेश की जनजातीय घाटी स्पीति जल्दी ही केलांग से जुड़ जाएगी। बीआरओ की टीम ने लोसर-ग्रांफू मार्ग से बर्फ हटाना शुरू कर दिया है। बीआरओ-108 की टीम लोसर से लाहुल घाटी की ओर छोटादडा़ मार्ग को बहाल करने में जुट गई है।

बीआरओ 108 आरसीसी के सूत्रों के अनुसार टीम लोसर से 18 किलोमीटर दूर कुंजुम पास तक बर्फ हटाते हुए पहुंच चुकी है। इस अभियान ने एक बुलडोजर और एक जेसीबी शामिल की गई है। बताया जा रहा है कि
कुंजुम दर्रा के आसपास क्षेत्रों में 5 से 6 फीट बर्फ जमी है। लोसर की तरफ से छोटा दड़ा तक टीम काम करेगी जबकि ग्रांफू से छोटा दड़ा तक बीआरओ की दूसरी टीम काम कर रही है। माना जा रहा है कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में कुल्लू-काजा मार्ग बहाल होगा और बस सेवा भी शुरू हो सकती है। मार्ग बहाल होते ही देश भर के पर्यटक भी स्पीति घाटी के सुंदर नजारों को निहारने पहुंचेंगे और देश की सबसे ऊंची चंद्रताल झील के भी दर्शन हो पाएंगे। गौर रहे कि बर्फबारी के बाद कुंजुम दर्रा बंद हो जाता है और करीब पांच-छह माह बाद यह मार्ग बहाल होता है।