कहा ,जयराम सरकार हिमाचली जनता की हितैषी होती तो केंद्र से पैकेज ऑफर कर धन की व्यवस्था के साथ नए संस्थान खोलती
तूफान मेल न्यूज, कुल्लू। कांग्रेस सरकार को सतासीन हुए अभी तीन माह भी नहीं हुए हैं और भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी टीम सहित ऐसे बचकाने सवाल उठा रहे हैं मानो तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा किया हो तथा विना बजट प्रावधान के खोले गए संस्थानों पर अपनी गलती का ठीकरा नव गठित कांग्रेस सरकार पर फोड़ने में लगे हैं।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने पूछा है कि यदि जयराम सरकार हिमाचली जनता की हितैषी होती तो केंद्र से पैकेज ऑफर कर धन की व्यवस्था के साथ नए संस्थान खोलती। न भवन, न स्टाफ और न ही जरूरत। इस तरह की फिजूल खर्ची को रोकना प्रदेश के मुख्यमंत्री का विशेष अधिकार है और मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने ये स्पष्ट किया है कि भविष्य में जहां जरूरत होगी वहां ब्यबस्थाओं के साथ संस्थान खोले जाएंगे। आज प्रदेश को एक सामान्य वर्ग से संबंधित गरीब,अनाथ,वंचित व बेरोजगारों के दर्द को समझने वाले और सबसे अहम बात यह कि निर्णय क्षमता रखने वाले सादा जीवन, उच्च विचार वाले मुख्यमंत्री मिले हैं।पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इतनी व्यग्रता न दिखाएं उन्हें समय दें बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का,कानून व्यवस्था को सुधारने का,भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का और अपने विजन पर काम करने का। ये तय है कि वे हिमाचली जनता के हितों की रक्षा के साथ प्रगति के बेहतर आयाम स्थापित करेंगे। जनता को दी गई दस गारंटियों को पूरा किया जा रहा है। कर्मचारियों को ओपीएस बहाल कर न्याय किया,महिलाओं को प्रतिमाह 1500 दिया जाएगा,हर ब्लाक में एक माडल स्कूल के लिए भूमि चयन प्रक्रिया प्रगति पर है, पर्यटन विकास,कृषि, बागवानी मिशन पर मुख्यमंत्री के निर्देश आधिकारिक स्तर की बैठक में जारी हो चुके हैं। मुख्यमंत्री मंत्रियों,अधिकारियों, कार्यकर्ताओं और आम जनता से अपने निवास पर मिल सकते हैं,इसके लिए समय सारिका निर्धारित कर दी है। ऐसे में जयराम ठाकुर जी को ये समझना चाहिए कि वे नेता प्रतिपक्ष हैं,निर्णय लेने का हक जनता ने कांग्रेस को सत्ता सौंप कर दिया है अर्थात उनकी भूमिका बदल गई है और वे अनपच्ची बातें करने की बजाए जनता के सही मुद्दों को उठाऐं ।