–कटौला का है मामला, न्याय के लिए प्रेस क्लब कुल्लू पहुंचा नूर माही
तूफान मेल न्यूज ,कुल्लू। बेटे की मौत की जांच का मुद्दा क्या उठाया कि मौलवी ने बिरादरी से ही बाहर कर दिया। यह मामला वेशक मंडी जिला के कटौला का है लेकिन घटना से पीड़ित नूर माही अपनी व्यथा बताने कुल्लू प्रेस क्लब पहुंचा। नूर माही ने कहा कि जब उन्हें कहीं भी न्याय नहीं मिला तो उन्हें मीडिया का दरबाजा खटखटाना पड़ा। अपनी दुःख भरी व्यथा सुनाते हुए नूर माही ने कहा कि उनका बेटा शौकत अल्ली अपनी ससुराल खड़ी सेरी जिला कुल्लू में रहता था। लेकिन उसका अपनी पत्नी से दो वर्षों से नोकझोंक हो रही थी। लेकिन तीन माह पहले नूर माही को फोन आया कि उसके बेटे ने जहर खा लिया है। जब नूर माही अस्पताल में अपने बेटे के पास पहुंचा तो देखा कि उसकी जीभ बाहर निकली है और सिर पर चोट लगी है। पहले बेटे को कुल्लू अस्पताल लाया गया वहां से नेरचौक व फिर चंडीगढ़ रैफर किया गया। फिर शिमला लाया गया जहां उसकी मौत हो गई। अब नूर माही अपने बेटे की मौत की जांच चाह रहा है। लेकिन वहां के मौलवी ने पहले धमकी दी कि यदि एफआईआर दर्ज की तो बिरादरी से बाहर किया जाएगा। उसके बाद नूर माही पुलिस थानों के चक्कर काटता रहा और न्याय मांगता रहा। अब जब नूर माही इस सप्ताह के रविवार को एक रिश्तेदारी में मरण संस्कार चोखे में गया तो मौलवी ने उन्हें हाथ पकड़कर बिरादरी से बाहर कर दिया और कहा कि तुझे बिरादरी से वेदख कर दिया है। अब नूर माही अपने बेटे की मौत की जांच व बिरादरी में जगह बनाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। कुल्लू में प्रेस वार्ता में फबक-फबक कर रोते हुए बताया कि वह गरीब व्यक्ति है और उसकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। नूर माही अपने बेटे की मौत से सहमा हुआ है और अब बिरादरी से भी हुक्का-पानी बंद होकर समाज में भी रहने के लायक नहीं रहा है।
बेटे की मौत का न्याय मांगा तो मौलवी ने निकाला बिरादरी से बाहर
