तूफान मेल न्यूज, बंजार
बंजार में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ़्रेस में बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर अपने माननीयों के ऐशो-आराम की व्यवस्था में लगी है। नई सरकार बनने के बाद से ही नए कार्यों के लिए बजट वयवस्था रोक दी गई हैं, छोटे-बड़े कार्यों के लिए निविदाओं पर भी रोक लगाई गई है।

वित्त बर्ष की अंतिम तिमाही का कोई भी पैसा ना ज़िला को और ना ही विधायकों को जारी किया गया है। प्रदेश के ख़राब वित्तीय हालातों का हवाला देकर जनहित में खोले गए सैंकड़ो संस्थान बंद कर के अपनी अन्य सृजनात्मक व विकासात्मक जिम्मेवारियों से बचने का यह सरकार प्रयास कर रही है। टैक्स बढ़ाकर भी अभी तक अपनी चुनावी गारंटियाँ पूरी करने की ओर सरकार कोई सकारात्मक कदम नहीं ले पाई है, वरस्पद इसके प्रदेश में आधा दर्जन मुख्य संसदीय सचिव बनाकर उन्हें प्रदेश में मंत्री पद की गरिमा देने के लिए अतिरिक्त खर्च किया जा रहा है।

विधायक शौरी ने कहा कि तकनीकी संचार साधन प्रचुर इस युग में भी पुराने प्रबंधित बजट को नई बजट स्वीकृति बताकर वाहवाही बटोरने का कांग्रेसी नेता निरर्थक प्रयास कर रहे हैं। अगर मुख्यमंत्री इसी व्यवस्था परिवर्तन की बात कर रहे हैं तो अवश्य ही वे इसमें सफल हुए हैं। रोज़गार सृजित करने की राह में हमीरपुर बोर्ड को भंग कर दिया गया है पर उसके विकल्प पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। बोर्ड द्वारा शुरू की गई भर्ती प्रक्रिया को पाबंध समय में पूरा करने की ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। कुल्लू की आक्रोश रैली तो सांकेतिक मात्र है, यदि सरकार अपनी नीयत व नीति में बदलाव नहीं करती है तो जल्द ही जन आक्रोश को आंदोलन का रूप दिया जाएगा।