नीना गौतम, कुल्लू
देवभूमि कुल्लू में कई प्राकृतिक घटनाएं घटती रहती है। इसी कड़ी में मनाली के सोलंग नाला के समीप अंजनी महादेव मंदिर है। जहां बर्फ का 35 फुट तक ऊंचा शिवलिंग बनता है। मनाली से 25 किलोमीटर दूर सोलंगनाला के पास अंजनी महादेव मंदिर है। यह मंदिर साढ़े 11 हजार फुट की ऊंचाई पर है। यहां बना प्राकृतिक शिवलिंग इन दिनों सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। शिवलिंग को देखने के लिए सैलानियों के यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस शिवलिंग का आकार 30 से 35 फुट से अधिक ऊंचा हो गया है।

अंजनी महादेव से गिरता झरना बर्फ बनकर शिवलिग का रूप धारण कर रहा है। शिवलिंग का आकार फरवरी के अंतिम सप्ताह तक बढ़ेगा। तापमान शून्य पर रहने से इसके आकार में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। शिवलिंग अप्रैल, मई व जून में सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। मान्यता है कि त्रेता युग में माता अंजनी ने पुत्र प्राप्ति और मुक्ति पाने के लिए तपस्या की थी और भगवान शिव ने दर्शन दिए थे। तभी से यहां पर प्राकृतिक तौर पर बर्फ का शिवलिंग बनता है। मान्यता यह भी है कि इस शिवलिंग के दर्शन करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है। बहुत सारे लोग मान्यता मांगने या पुत्र प्राप्ति के लिए नंगे पांव दर्शन को जाते हैं।