एसपी मयंक चौधरी घटना स्थल पर मौजूद
तूफान मेल न्यूज,केलांग। चंद्रताल झील के आसपास फंसे सभी 300 लोगों को कुंजुम दर्रा के रास्ते सड़क मार्ग से रेस्क्यू किया जा रहा है जबकि गंभीर हालत में सात लोगों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर रेस्क्यू कर कुल्लू पहुंचा दिया है। यह सभी लोग बर्फ के बीच 14 हजार फुट की ऊंचाई पर फंसे थे। इनमें 6 बड़े और 1 बच्चा शामिल है। बताया जा रहा है कि पिछले तीन दिनों से बर्फ के बीच इतनी ऊंचाई पर फसे होने के कारण इनकी तबियत बिगड़ गई थी। एसपी लाहुल स्पीति मयंक चौधरी की रिपोर्ट पर जिला प्रशासन ने राज्य सरकार से इन पर्यटकों को तत्काल एयरलिफ्ट करने का आग्रह किया था। राज्य सरकार के सिफारिश पर वायु सेना ने मंगलवार को अपने चॉपर से चंद्रताल के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लोकेशन जांचने के बाद वायु सेना के चॉपर ने भुंतर एयरपोर्ट से चंद्रताल के लिए उड़ान भरा। दोपहर करीब 12 बजे कुल 7 पर्यटकों को जिनमे एक बच्चा शामिल है, लेकर भुंतर एयरपोर्ट पहुंचा। डीसी लाहुल स्पीति राहुल कुमार ने बताया कि एसपी मयंक चौधरी खुद पिछले 3 दिनों से पर्यटकों के साथ चंद्रताल में हैं। वहां से रेडियो मेसेज के जरिए बीमार पर्यटकों की जानकारी दी गई। राज्य सरकार ने प्रशासन के आग्रह पर तत्काल वायु सेना का चॉपर रेस्क्यू के लिए भेजा। कहा कि शेष फसे 293 लोगों को वाया कुंजम दर्रा सड़क मार्ग से रेस्क्यू किया जा रहा है।
चंद्रताल झील से 7 पर्यटक एयर लिफ्ट,अन्य 300 सड़क मार्ग द्वारा हो रहे हैं रेस्क्यू
