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सुल्तानपुर में पवित्र कुंड में भगवान रघुनाथ ने किया स्नान
तुफाम मेल न्यूज ,कुल्लू
जिला कुल्लू के मुख्यालय रघुनाथपुर में भगवान रघुनाथ के सम्मान में बुधवार को जल बिहार मनाया गया। हालांकि सुबह के समय कुल्लू में भारी बारिश होती रही। लेकिन दोपहर बाद मौसम साफ हो गया और उसके बाद भगवान रघुनाथ अपने मंदिर से बाहर निकले। इस दौरान ढोल नगाड़ों की थाप पर सैकड़ों श्रद्धालु भी उनके साथ मंदिर से बाहर आए और भगवान ने अपनी वाटिका में सरोवर में पवित्र स्नान किया। जिसे देखने के लिए जिला कुल्लू के विभिन्न इलाकों से सैकड़ों श्रद्धालु मौके पर पहुंचे। इस दौरान भगवान रघुनाथ की विशेष पूजा-अर्चना भी की गई और ढोल नगाड़ों की थाप पर पुरोहितों के द्वारा मंत्रोचार किया गया। इस विशेष पूजा अर्चना करने के बाद भगवान रघुनाथ को स्नान करवाया गया और भगवान रघुनाथ की परंपरा और रीति रिवाजों के साथ चंदन से लेप किया गया। इस दौरान भगवान रघुनाथ के छड़ी बरदार में महेश्वर सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। वही, भगवान के स्नान के बाद कुंड में छोटे बच्चों ने भी हंसते खेलते हुए स्नान करने की परंपरा को निभाया। भगवान रघुनाथ की छड़ी बरदार में महेश्वर सिंह ने बताया कि जलविहार एकादशी के दिन मनाया जाता है और भगवान रघुनाथ के प्रमुख त्योहारों में यह भी एक प्रमुख त्योहार है।
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जेष्ठ मास में गर्मी अधिक होती है और इसी गर्मी के माह में यह पर्व मनाया जाता है। महेश्वर सिंह ने बताया कि भगवान रघुनाथ पालकी में सवार होकर मंदिर से बाहर निकल कर पहले अपनी वाटिका का भ्रमण करते हैं और उसके बाद विशेष कुंड में स्नान करते हैं। वही भक्तों के बीच में प्रसाद वितरण किया जाता है। पुजारी कमल किशोर ने बताया कि कुल्लू में इस उत्सव को रघुनाथ की त्रेता युग कालीन मूर्ति के स्थाप्तय काल से ही मनाया जा रहा है। पहले यह उत्सव टापू में मनाया जाता रहा। बाद में इसे सरवरी में मनाया गया। अब इसे रघुनाथ मंदिर के समीप ही मनाया जा रहा है। यह उत्सव रघुनाथ जी की जल क्रीड़ा से जुड़ा है। जलविहार में पहुंची श्रद्धालु अनीता शर्मा का कहना है कि वे हर साल इस त्यौहार में पहुंचती है। भगवान रघुनाथ जिला कुल्लू के आराध्य देवता हैं और उनके हर त्योहार को यहां पर धूमधाम के साथ मनाया जाता है।