मुख्यमंत्री ने कागंड़ा में जल शक्ति विभाग का डिवीजन खोलने की घोषणा की


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आने वाले पांच साल में कांगड़ा की तस्वीर बदलेगीः मुख्यमंत्री
आम आदमी के हक के लिए हर चुनौती का सामना करने को तैयारः मुख्यमंत्री

तूफान मेल न्यूज , कांगडा मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के मटौर में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए कांगड़ा में जल शक्ति विभाग का डिवीजन खोलने की घोषणा की है। उन्होंने मटौर कॉलेज में नए कोर्स शुरू करने के साथ क्षेत्र में पानी और बिजली की योजनाओं को सुदृढ़ करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि कांगड़ा में जल्द ही राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।

उन्होंने जलोड़ी खड्ड पर नया पुल बनाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, कांगड़ा मेरे लिए नया नहीं है। कांगड़ा ने कांग्रेस का साथ दिया लेकिन चुनने के बाद वह पार्टी बदलते रहे। आप निश्चित रहें, मैं एक रात आपके किसी गाँव में बिताऊंगा।“ उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में कांगड़ा जिला की तस्वीर बदलने वाली है जिसका अर्थ है कि गांव के लोगों के हाथ में पैसा पहुंचेगा। प्रदेश के लोगों को अच्छा पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं और अन्य बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे अथक प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 80 प्रतिशत से अधिक आबादी ग्रामीण क्षेत्र में रहती है, इसलिए राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रयास कर रही है। दूध के खरीद मूल्य में 15 रुपए की बढ़ौतरी की। पहली बार गोबर आधारित खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।

पहली बार प्राकृतिक खेती से उत्पन्न 4000 मीट्रिक टन मक्की 30 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा गया और अगले सीजन से गेहूं को 40 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मनरेगा की दिहाड़ी में 60 रुपए में ऐतिहासिक बढ़ोतरी कर 240 से बढ़ाकर 300 रुपए किया है। इन सभी प्रयासों से गांव के लोगों के हाथ में पैसा आएगा। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा के ढगवार में डेढ़ लाख लीटर क्षमता का मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट लगाया जा रहा है, जिससे तीन लाख किसानों को फायदा होगा। उन्होंने कहा, ‘‘गुड गवर्नेंस के लिए गुड गवर्नमेंट का होना जरूरी है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार की नीतियों के कारण सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या घटी है, लेकिन वर्तमान राज्य सरकार भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप शिक्षा के क्षेत्र में सुधार कर रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष झूठे आरोप लगा कर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमने कुछ भी बंद नहीं किया, बल्कि जनता को धोखा नहीं देना चाहते, इसलिए व्यवस्था में बेहतरी का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अधिकारियों की एसीआर के मानदंडों में भी बदलाव किया जा रहा है और अध्यापकों के प्रदर्शन के अनुरूप उनकी एसीआर लिखी जाएगी। यही प्रक्रिया सभी विभागों में अपनाई जा रही है, ताकि गुणवत्ता में सुधार किया जा सके। सरकारी शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले बच्चों में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि वह भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार हो सकें।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सुधार किया जा रहा है। दिल्ली एम्स में मिलने वाली अत्याधुनिक मशीनें हिमाचल प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों में जल्द ही उपलब्ध होंगी। टांडा, आईजीएमसी तथा नेरचौक मेडिकल कॉलेजों में अत्याधुनिक मशीनें खरीदने के लिए राज्य सरकार ने 100 करोड़ रुपए स्वीकृत किये हैं। इसके अलावा पानी की गुणवत्ता सुधारने के लिए यूवी फिल्टर तकनीक का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं।
सुक्खू ने कहा, ‘‘राज्य सरकार के फैसलों से प्रदेश के संसाधनों की लूट करने वालों को दिक्कत हो रही है लेकिन मैं आम आदमी के लिए हर चुनौती का सामना करने को तैयार हूं।’’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के फैसलों में आम जनता का साथ भी जरूरी है। सब्सिडी का युक्तिकरण किया जा रहा है और संपन्न लोगों को सब्सिडी छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व भाजपा सरकार की नीतियों के कारण धनवान और धनवान हुआ तथा गरीब और गरीब हुआ, जिसके लिए सुधार किया जा रहा है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के इतिहास में पहली बार विशेष राजस्व अदालतों का आयोजन किया, जिसके तहत अब तक 2.42 लाख से अधिक लंबित राजस्व मामलों का निपटारा किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सरकारी क्षेत्र में 31 हजार पद स्वीकृत किए, जबकि भाजपा कार्यकाल में अधिकतर भर्ती अदालती चक्करों में फंसी रही।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन आर.एस. बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने काम और समर्पण से हिमाचल प्रदेश में जन कल्याण के एक नए युग की शुरूआत की। उन्होंने विधवाओं और अनाथ बच्चों के बारे में सोचा तथा उनके कल्याण के लिए योजनाएं बनाईं। उन्होंने कहा कि जिस वर्ग के बारे में कोई नहीं सोचता, उनके बारे में भी श्री सुक्खू ने सोचा। जब प्रदेश में आपदा आई तो अपनी जमा पूंजी से 51 लाख रुपए दान कर दिए। उनके नेतृत्व क्षमता की विश्व भर में तारीफ हुई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के एक आम कार्यकर्ता से आज ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू प्रदेश के मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे हैं।
पूर्व विधायक सुरेंद्र काकू ने कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए 88 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं के शिलान्यास के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इन सभी योजनाओं से क्षेत्र की जनता को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बिना भेदभाव के सभी क्षेत्रों में एक समान विकास करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा का विकास केवल कांग्रेस पार्टी ही करवाती है।
एपीएमसी कांगड़ा के चेयरमैन नरेंद्र मोंगरा ने कहा कि ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मात्र दो वर्ष के कार्यकाल में अर्जित उपलब्धियों से प्रदेश के लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता सुख के लिए अपने कार्यकाल के अंतिम छह माह में प्रदेश का खजाना खाली कर दिया।
इस अवसर पर आयुष मंत्री यादविन्द्र गोमा, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक किशोरी लाल एवं सुरेश कुमार, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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