नीना गौतम, तुफान मेल न्यूज
देव महाकुंभ दशहरा उत्सव जो की 13 से 19 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है । इस उत्सव में बिजली महादेव , माता पार्वती चौंग , गणेशा भगवान घोरद्रोड व सिमसा व खखनाल मनाली के देवता कार्तिक स्वामी सदियों से चली आ रही परंपरा को निभाने के लिए शिरकत करते है। दशहरा उत्सव में शिव परिवार इकट्ठे बैठते हैं ।

बिजली महादेव , पार्वती माता , गणेश भगवान के अस्थाई शिविर एक जगह हैं । श्रद्धालु एक स्थान पर ही तीनो के दर्शन करने आ रहे हैं। बता दें इनके बड़े पुत्र कार्तिक स्वामी का अस्थाई शिविर ब्वॉयज स्कूल के पास हैं परंतु शिव शक्ति गणेश के एक साथ दर्शन करने के लिए दशहरा उत्सव में हर दिन भक्तों का तांता लगा हुआ है। इनके शिविरों में हर दिन भजन कीर्तन , व दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन की भी व्यवस्था होती है। शिव शक्ति के दर्शन करने हर दिन हजारों श्रद्धालु आ रहे हैं।

अपनी मनोकामना लेकर शीश नवाने आते हैं। हर दिन सुबह इनके शिविरों में परंपरा के अनुसार पूजा अर्चना की जाती है। ओर रात के समय आरती होती है।बॉक्सबिजली महादेव के शिविर में हर दिन बाध्ययंत्रों के साथ पूजा व आरती होती है।

बिजली महादेव के शिविर में हर दिन लोहरी गई जाति है। जो की पुजारी के द्वारा गाई जाती है। नहीं तो अनेक प्रकार की आवाजे गुजने सुनाई देने लगती हैं

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माता पार्वती जोड़े बनाती है और जिनके बच्चे व विवाह नहीं होते हैं वो पार्वती माता के दरबार में आते हैं और माता उनकी हर इच्छा पूरी करती है।

गणेश भगवान मन्यता है की शिव शक्ति के पहले गणेश के दर्शन करने होते हैं उसके बाद ही माता पार्वती व बिजली महादेव के दर्शन करने होते हैं। उत्सव में इनके परिवार के अस्थाई शिविरों में हजारों लोग शीश नवाने आ रहे हैं


