मणिकर्ण साडा वैरियर पर फिर उलझे पंजाबी पर्यटक व स्थानीय


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हिमाचल की कानून व्यवस्था को नहीं मानना चाहते पंजाबी पर्यटक
तूफान मेल न्यूज ,मणिकर्ण। आखिर पंजाबी पर्यटक हिमाचल की कानून व्यवस्था को ठेंगा क्यों दिखाना चाह रहे हैं और यहां के शांत माहौल को क्यों तार-तार करने में जुटे हैं इसको लेकर सरकार को गंभीर होने की आवश्यकता है। वहीं क्या स्थानीय लोग भी इनसे क्यों उलझते हैं यह भी बड़ा सवाल है। मणिकर्ण हुड़दंग मामले में सरकार की जो किरकिरी हुई है उसकी भरपाई करना भी मुशिकल है लेकिन अब फिर पंजाबी पर्यटक यहां आकर न तो ग्रीन टैक्स देना चाह रहे हैं और न ही साडा।

हर वैरियर पर कब तक यह हंगामे चलते रहेंगे। मंगलवार रात को एक बार फिर कसोल और मणिकर्ण के बीच साड़ा वैरियर के पास पंजाब के पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच खूब नोकझोंक हुई। माहौल पूरी तरह से तनावपूर्ण हो गया। एसपी साक्षी वर्मा और एएसपी आशीष शर्मा को स्थिति संभालने के लिए मौका पर पहुंचना पड़ा।
दोनों पक्षों को समझाकर स्थानीय लोगों को अपने घर भेजा।

मणिकर्ण से वापस आ जा रहे पंजाब के पर्यटकों को उनके गंतव्य की ओर रवाना किया। इससे पहले रविवार को भी पंजाब के पर्यटकों द्वारा मारपीट और तोड़फोड़ की गई थी। एसपी साक्षी वर्मा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच कहासुनी हुई है। जिसके चलते वह स्वयं मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक क्षेत्र में तैनात पुलिस जवानों ने स्थिति को संभाले रखा। हालांकि पहुंचने तक स्थानीय लोग वहां से निकल चुके थे, लेकिन पर्यटकों ने बताया कि स्थानीय लोगों ने उन्हें कमेंट पास किया था, जिस कारण कुछ देर के लिए दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज हुई। गौर रहे इससे पहले मनाली में ग्रीन टेक्स देने को लेकर पंजाबी पर्यटकों ने हंगामा किया था और उसके बाद मणिकर्ण में तोड़फोड़ व हुड़दंग। अब कसोल के पास फिर से उलझन खड़ी हो गई थी जिसे पुलिस ने संभाल लिया।

क्यों होता है तनाब
आज कल ज्यादातर पंजाबी मोटरसाइकिल पर झुंड में आते है। मोटरसाइकिल पर बड़े-बड़े झंडे,डंडे,स्पीकर आदि लगाए होते हैं। मणिकर्ण की संकरी सड़क पर फुल स्पीड,फुल स्पीकर का साउंड लेकर चलने के कारण अधिकतर बार ओवरटेक, पास व गाली गलौच के कारण कहा सुन्नी होती है जो बाद में बिकराल रूप धारण करती है।

उठ रहे हैं कुछ सवाल जिनका होना चाहिए समाधान
जनता कुछ सवाल प्रदेश सरकार से उठा रही है।
👉क्या हिमाचल में पंजाब व स्थानीय लोगों के लिए कानून व्यवस्था अलग-अलग है।
👉हिमाचल के मोटरसाइकिल सवार को हेलिमेंट जरूरी है लेकिन पंजाब के लिए छूट क्यों ? जबकि वे फग नही साफा लगाकर आते हैं।
👉हिमाचल में ट्रिपल राइडिंग अवैध है तो पंजाब के मोटरसाइकिल सवारों को वैध क्यों?
👉 क्या पंजाब के मोटरसाइकिल सवारों को झंडे-डंडे लगाकर चलना वैध है? वैध है तो किस कानून के तहत।
👉क्या पंजाब के मोटरसाइकिल सवारों को मोटरसाइकिल में तीन सवारियां व मोटरसाइकिल में स्पीकर लगाना वैध है? वैध है तो किस कानून के तहत।
जनता की मांग है कि हिमाचल में पर्यटकों का स्वागत है लेकिन वे यहां की कानून व्यवस्था का भी सम्मान करें।

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