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तुफान मेल न्यूज,बंजार
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संत निरंकारी मिशन ब्रांच घर्टगाड़ बंजार की पूरी संगत ने मुखी माहात्मा कमली राम के नैतृत्व में मानव एकता दिवस पर लोगों को प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। मंच पर विराजमान वागीपुल के मुखी महात्मा निर्मल सोनी ने अपने प्रवचनों द्वारा पूरी संगत को निहाल किया पूरे वातावरण को भक्तिमय वनाया। उन्होंने ने अपने प्रवचन में फ़रमाया कि आज निरंकारी मिशन पूरे विश्व में मानव एकता दिवस मना रहा है। मानव एकता कैसे स्थापित होगी ? जब हम एक से जुड़ जाते है इसलिए हमारा कर्तव्य भी बनता है कि “एक को जानो एक को मानो और एक हो जाओ” मानव जीवन का असली लक्ष्य परमात्म प्राप्ति है। परमात्मा एक है परमात्मा को सतगुरु द्वारा जाना जा सकता है देखा जा सकता ईसका दीदार किया जा सकता है। साथ में मिशन के वारे संक्षिप्त जानकारी दी और बताया कि संत निरंकारी मिशन पूरे विश्व में 24 अप्रैल को हर बर्ष मानव एकता दिवस के रुप में मनाता है। 24 अप्रैल 1980 को बाबा गुरवचन सिंह ने मानवता को बचाने के लिए अपने प्राणों की शहादत दी थी। जिस कारण निरंकारी जगत में काफ़ी खलबली मची। मिशन के अनुयाईयों द्वारा मिशन की बागडोर सतगुरु बाबा हरदेव सिंह जी को संभाल दी गयी । बाबा हरदेव उस वक्त मजह 26 बर्ष के थे। जो कि बाबा गुरवचन सिंह जी के पूत्र थे। यह एसी परीक्षा की घड़ी थी कि एक तरफ पिता की हत्या का दु:ख और दुसरी तरफ मिशन की बागडोर । परंतु बाबा हरदेव ने अपने प्रवचन के माध्यम से पूरे निरंकारी जगत को शांत रहने की अपील की। और यह बात कही कि आज से निरंकारी जगत हर बर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन करेगा। यही बाबा गुरवचन जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। और यह बात समझयी कि “खून नालियों में नहीं बल्कि मानव की नाड़ीयों में वहना चाहिए।” ताकि मानवता को जिंदा रखा जा सके । तब से निरंकारी जगत में रक्तदान शिविर का आयोजन शुरू हुआ।
संगत में वागीपुल,आनी ,च्वाई ,बंजार ,वालीचौकी, शेगली व सैंज के माहात्माऔं ने विचारों व भक्ति भरे भजनों से पूरे बंजार को भक्ति के रंग में रंग दिया। मज़े की बात यह रही कि पंजाब होशियारपुर से आय माहात्माओं ने भी अपने विचार द्वारा बंजार की संगत को निहाल किया।