मार्कण्डेय ऋषि शलाट नवनिर्मित मंदिर की प्रतिष्ठा विधिवत रूप से संपन्न


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तुफान मेल न्यूज,आनी

निरमण्ड क्षेत्र की तपोस्थली शलाट में नवनिर्मित भव्य एव्ं अलौकिक मंदिर की प्रतिष्ठा का धार्मिक कार्यक्रम रविवार को विधिवत पूजा अर्चना और अतिथि देवी देवताओं की पावन उपस्थिति में संपन्न हो गया। मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ. देवता मार्कण्डेय ऋषि शलाट
नए मन्दिर के गर्भ गृह में प्रबिष्ट् हो गए। क्षेत्र के युवा लीला चन्द जोशी ने बताया कि इस धार्मिक कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के 8 देवता देवता अपने अपने कारकुनों व सैंकड़ों देवलुओं संग शामिल हुए ।

इस आयोजन में देवता साहिब धार जड़ के द्वारा शिखाफेरी निकाली गई। वहीं साथ में देवता साहिब ऋषि मार्कण्डेय नोर . देवता साहिब हनुमत वीर बुच्छेर. देवता साहिब लंकडवीर ठारला. देवता साहिब वीर चरमट्ड. देवता साहिब दराडू दराड़ीजान . देवता साहिब दराडू खोई. और ऋषि मार्कण्डेय शलाट भी इस धार्मिक आयोजन की सम्पूर्णता के साक्षी बने। मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शुक्रबार प्रात: सुबह 7 बजे कलश की स्थापना की गई और साथ में महिलाओं की जल यात्रा निकाली गई। उसके बाद तीर्थ स्थानों से बेल पत्र लाए गए और शाम को 8 बजे जागरे का आयोजन किया गया । जबकि 20 अप्रैल को जप पाठ और जाईयों का स्वागत किया गया। शनिवार की सांय को अतिथि देवताओं का आगमन हुआ. जिनका स्थानीय कारकून. मन्दिर कमेटी व आयोजन समिति द्वारा देव परम्परा अनुसार भव्य स्वागत किया गया। संध्या में भजन मंडली द्वारा भजन कीर्तन की सुंदर प्रस्तुतियों से माहौल को भक्तिमय बनाया गया। वहीं रविवार 21 अप्रैल की सुबह हवन पाठ और धार जड़ देवता के द्वारा शिखफेर की रस्म निभाई गई। कार्यक्रम के अंत में सभी भक्तजनों ने देवताओं के समक्ष शीश नवाकर आशीर्वाद प्राप्त किया और भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर घरों को प्रस्थान किया। जबकि अतिथि देवताओं को भी विधिवत रूप से विदा किया गया। ऐसे में देवता मार्कण्डेय ऋषि शलाट के नवनिर्मित मंदिर की प्रतिष्ठा का धार्मिक कार्यक्रम विधिवत रूप से संपन्न हुआ।

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