श्रीलंका के सांस्कृतिक दल ने संस्कृति से करवाया रूबरू
तूफान मेल न्यूज , कुल्लू
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा की पहली सांस्कृतिक संध्या मेें पार्श्व गायक शाहिद माल्या की आवाज का जादू चला। उन्होंने दर्शकों को अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से झूमने पर विवश किया। विदेशी कलाकारों ने मंच पर उत्कृष्ट प्रस्तुति से श्रीलंका की संस्कृति और वेशभूषा से रूबरू करवाया। विदेशी कलाकारों की प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा।
शाहिद माल्या ने ..गुम है, गुम है,

बह गया हंजु या दा दरिया, कोई दिल बेकाबू कर गया आदि गीत गाए।
पहली सांस्कृतिक संध्या का रविवार शाम करीब 05:30 बजे आरंभ हुई। संध्या की शुरूआत पुलिस व होमगार्ड बैंड से संध्या की शुरुआत हुई।
सांस्कृतिक संध्या में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उपायुक्त कुल्लू तोरूल एस रवीश ने मुख्यातिथि का परंपरानुसार स्वागत किया। वहीं, सांस्कृतिक संध्या में ऑडिशन की परीक्षा उत्तीर्ण कर कलाकेंद्र के मंच पर पहुंचे प्रदेशभर के कलाकारों ने बारी-बारी से अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। कलाकारों ने कुल्लवी, पहाड़ी, पंजाबी व फिल्मी गीतों व नृत्यों की प्रस्तुुतियों से संध्या को आकर्षक बनाया। सांस्कृतिक दल गदेहड़ ने कुल्लवी नाटी की शानदार प्रस्तुति दी।

इससे पहले सुरेश कुमार, हरीश कुमार, अर्पिता ठाकुर, चंपा, खेम सिंह, स्नेहा पालसरा, श्रेया बग्गा, दीपिका नेगी, पूजा, शुभम राणा, करतार कौशल, प्रकाश चौहान व दीप राम भारद्वाज ने प्रस्तुति दी।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर मौजूद रहे।

